संत प्रेमानंद महाराज की रात्रि 2 बजे निकलने वाली पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए बंद की गई है. जिसकी सूचना केली कुंज आश्रम की ओर से जारी की गई थी. भीड़ और संत प्रेमानंद महाराज के स्वास्थ्य की वजह से ये निर्णय लिया गया है. इस फैसले ने उनके श्रद्धालुओं को दुखी कर दिया है. इस बीच अब उनकी पदयात्रा मार्ग, समय और तरीका सब बदल चुका है. प्रेमानंद महाराज शनिवार को कार से केली कुंज आश्रम पहुंचे. पहले वे रात करीब 2 बजे निकलते थे लेकिन अब वे सुबह 4 बजे निकल रहे हैं. वो भी बदले हुए रूट से.
महराज जी श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी से कार में बैठकर प्रेम मंदिर के सामने से रमण रेती पुलिस चौकी होते, करीब आधा किलोमीटर का सफर तय कर केली कुंज आश्रम पहुंचे. आश्रम प्रबंधन ने पदयात्रा स्थगित करने के पीछे महाराज के स्वास्थ्य सही न होने और बढ़ती भीड़ का हवाला दिया था. हालांकि, चार दिन पहले सोसाइटी की महिलाओं ने प्रेमानंद महाराज के रात्रि दर्शन को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था. इसकी प्रशासन से शिकायत भी की थी.
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प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम् नाम की सोसाइटी में रहते हैं. यहां उनके 2 फ्लैट हैं. 2 BHK इन फ्लैट में से एक में वह रहते हैं. वहीं दूसरे फ्लैट में उनका डायलिसिस होता है. केली कुंज आश्रम के बाहर कंठी माला और संत प्रेमानंद महाराज के तस्वीर बेचने वाले दुकानदार कहते हैं कि इस समय उनकी एसी हालत है जैसे पिता के अस्वस्थ होने पर बेटे की होती है.
विरोध के चलते बंद की गई यात्रा
बता दें कि श्रीकृष्ण शरणम् स्थित आवास से रमणरेती स्थित श्री राधा केलि कुंज आश्रम तक संत प्रेमानंद महाराज रात 2 बजे पदयात्रा करते थे. इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु सड़क पर उनके दर्शन पाने के लिए खड़े रहते थे. लेकिन इस पदयात्रा को लेकर कुछ स्थानीय लोगों ने भीड़ और शोरगुल का हवाला देते हुए विरोध किया था. जिसके बाद प्रेमानंद महाराज ने पदयात्रा को अनिश्चितकालीन के लिए बंद करने का निर्णय लिया है.
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