नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल हो सकता है. केंद्रीय कौशल विकास मंत्री राजीव प्रताप रूडी, केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री उमा भारती, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और फग्गन सिंह कुलस्ते ने अपना इस्तीफा पीएम नरेंद्र मोदी को भेज दिया है.
इधर जिन मंत्रियों से इस्तीफे लिए गए हैं, उनमें से राजीव प्रताप रूडी और उमा भारती नाराज बताए जा रहे हैं. राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि ये उनका फैसला नहीं है. वहीं उमा भारती भी फैसले से नाखुश दिखीं. हालांकि उन्होंने कहा कि वे इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देंगी. इधर संजीव बालियान से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी नेतृत्व के कहने पर उन्होंने इस्तीफा दिया और आगे भी पार्टी नेतृत्व जो चाहेगा, वे करेंगे.
इधर महेंद्र नाथ पांडे उत्तरप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बनाए गए हैं, इसलिए उनका भी मंत्रिमंडल से जाना तय है. केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र भी अपना इस्तीफा पीएम को सौंप सकते हैं. बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह भी इस्तीफा दे सकते हैं. गौरतलब है कि 2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं, इसलिए ये फेरबदल बेहद अहम माना जा रहा है।
केंद्रीय कैबिनेट में मिल सकती है सहयोगी दलों को भी भूमिका
वहीं केंद्रीय कैबिनेट में एनडीए में हाल-फिलहाल शामिल हुए जेडीयू से भी 2 चेहरों को शामिल करने की बात सामने आ रही है. इनमें बिहार से राज्यसभा सांसद आर सी पी सिंह और पूर्णिया से जेडीयू के लोकसभा सांसद संतोष कुशवाहा का नाम सबसे आगे चल रहा है.
मंत्रियों के कामकाज के आकलन के आधार पर फैसला
मंत्रियों के विभागों में प्रदर्शन के आधार पर पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने फैसला लिया. केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं को लेकर भी किस तरह का काम किया गया, फेरबदल में इसका भी ध्यान रखा गया.