अमित पाण्डेय, खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के प्रथम जगन्नाथ मंदिर पांडादाह में रथयात्रा पर्व की व्यवस्था को लेकर महती बैठक आयोजित की गई. जिसमें रथयात्रा की तैयारियों सहित व्यवस्था इत्यादि को लेकर विभिन्न प्रकार के निर्णय लिए गये. रथयात्रा पर्व के दौरान पहुंचने वाली लोगों की भीड़ के लिए, मेले के आयोजन सहित कार्यक्रम की तैयारियों से संबंधित सभी विषयों पर चर्चा के साथ ही आगामी आयोजनों को लेकर भी चर्चा की गई.
रथयात्रा के दौरान मादक पदार्थ रहेंगे निषेध, मेले में दुकानदारों को नहीं देना होगा टैक्स
रथयात्रा की तैयारियों को लेकर पांडादाह के जगन्नाथ जी मंदिर में संपन्न हुई बैठक में सर्वसम्मति से विभिन्न निर्णय लिया गया. जिसके मुताबिक प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी रथयात्रा पर्व में उपस्थित होने वाले व्यापारियों से किसी प्रकार का टैक्स नहीं लिया जाएगा. भीषण गर्मी को देखते हुए पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाएगी और रथ यात्रा पर्व के पुण्य अवसर पर 3 दिनों तक पांडादाह में मांस, मदिरा का सेवन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा. पांडादाह में रथयात्रा पर्व के अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन होगा. मंदिर परिसर के आगे ही मेला लगेगा. जिसमें व्यापारियों को टैक्स नहीं देना होगा.
रथयात्रा के दिन कांधे पर बैठकर परिक्रमा करेंगे भगवान जगन्नाथ
रथयात्रा पर्व पर जगन्नाथ मंदिर पांडादाह में तीन दिवसीय आयोजन में 19 जून से अखंड राम नाम संकीर्तन के साथ पर्व का शुभारंभ किया जाएगा. जिसके बाद 20 जून को रथयात्रा पर्व के दौरान भगवान जगन्नाथ जी, बलदाऊ भैया व बहन सुभद्रा को कांधे पर बिठाकर मंदिर परिसर की परिक्रमा कराई जाएगी. रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ जी, बलदाऊ भैया व बहन सुभद्रा को परिक्रमा कराये जाने के दौरान प्रसिद्ध बैंड पार्टी के साथ विशाल जनमानस की उपस्थिति रहेगी. रथयात्रा पर्व के दौरान प्रतिवर्ष दूर दराज से हजारों की संख्या में लोग पांडादाह पहुंचते हैं. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस वर्ष भी रथ यात्रा पर्व में लगभग 15 से 20 हजार श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ के दर्शन को पहुंचेंगे. जिसे देखते हुए व्यवस्था और सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन की टीम पांडादाह स्थित जगन्नाथ मंदिर और मेला स्थल में मौजूद रहेगी.
राजगामी संपदा के जरिये पांडादाह की उपेक्षा से क्षेत्रवासियों में नाराजगी
बैठक के दौरान प्रतिवर्ष होने वाले रानी सूर्यमुखी देवी स्मृति समारोह और रामकथा समागम को लेकर भी चर्चा की गई. चर्चा के दौरान राजगामी संपदा न्यास के सदस्य पं. मिहिर झा ने बताया कि विगत 13 वर्षों से क्षेत्र में निरंतर होने वाले रामकथा समागम के लिए इस वर्ष राजगामी संपदा न्यास के जरिये आर्थिक सहयोग नहीं दिया जा रहा है, जबकि राजगामी संपदा में अरबों की संपत्ति है और पांडादाह स्थित राजगामी की कृषि भूमि से प्रतिवर्ष राजगामी संपदा को बड़ा राजस्व प्राप्त होता है.
पं. मिहिर झा ने बताया कि इस वर्ष भी पांडादाह की कृषि भूमि से राजगामी संपदा को लगभग 60 लाख रुपये से अधिक की आय की प्राप्ति हुई है. किन्तु रानी स्व. सूर्यमुखी देवी की स्मृति में आयोजित किये जाने वाले रामकथा के लिए राजगामी आर्थिक सहयोग करने से पीछे हट रहा है. इस बात की जानकारी होने के पश्चात जगन्नाथ मंदिर सेवा समिति के सदस्यों और पांडादाह क्षेत्र के लोगों में काफी नाराजगी है. मंदिर सेवा समिति के सभी सदस्यों ने बैठक में विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि पांडादाह के राजा साहब और रानी साहिबा की संपत्ति होने के बावजूद उन्हीं की स्मृति और रामकथा जैसे आयोजन के लिए राजगामी संपदा से आर्थिक सहयोग नहीं करना अनुचित है, इसका विरोध किया जाएगा. बैठक में अध्यक्ष पंडित मिहिर झा सहित रिंकू महोबिया, पंडित ओम झा, सुयश खरे, संजय यदु, देवकांत यदु, गौस मोहम्मद बेग, राजू यदु, संजू महाजन, संतोष वैष्णव पुजारी, चंद्रेश यदु, आरती महोबिया, दिलीप श्रीवास्तव सहित अन्य क्षेत्रवासी उपस्थित थे.
कार्यक्रम को लेकर की गई अपील
रथयात्रा के दिन भगवान जगन्नाथ जी मंदिर पांडादाह में आयोजित कार्यक्रम को लेकर अपील करते हुए पं. मिहिर झा ने कहा कि भगवान जगन्नाथ जी की परिक्रमा का कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से प्रारंभ हो जाएगा. जिसके लिए श्रद्धालु अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर भगवान जगन्नाथ जी का आशीर्वाद प्राप्त करें और दर्शन लाभ प्राप्त कर अपना आत्म कल्याण करें. इस आयोजन में राजनांदगांव, खैरागढ़ जिले के दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अनेक जनप्रतिनिधि गण, समाजसेवी, साधु संत उपस्थित होंगे. जिनके लिए विशेष व्यवस्था के लिए समिति के सदस्यगण तैयारी को मूर्त रूप दे रहे हैं.
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