करोना काल के इम्यूनिटी बढ़ाने वाली हर चीज की हमें कद्र करना सिखा दी है. कोरोना काल के बाद से लोगों में शरीर की इम्युनिटी को लेकर अवननेस आई है. लोगों ने इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर लिया है. इन्हीं में से एक च्यवनप्राश. इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में च्यवनप्राश भी बहुत फायदेमंद होता है. जो आसानी से उपलब्ध हो जाता है. च्यवनप्राश 12 माह खाने से शरीर हर तरह के मौसम को सहन करने के लिए तैयार हो जाता है. यदि आप सर्दियों के चार माह ही इसका सेवन कर लेते हैं तो कई तरह की बीमारियों वैसे ही ठीक हो सकती है.

शुद्ध च्यवनप्राश घर पर ही बनाए

च्यवनप्राश बनाने में 40 मिनट का समय लगेगा और ये च्यवनप्राश आप 10 महीने से अधिक उम्र के बच्चे को खिला सकते हैं. च्यवनप्राश बनाने के लिए आपको आधा किलो आंवला, एक कप गुड़, 5 चम्मच घी, मुठ्ठीभर किशमिश (बिना बीज के) और 11 से 12 मुलायम खजूर (बिना बीज के) जरूरत होगी. Read More – Cheese के बहुत ज्यादा सेवन से बचें, नहीं तो हो जाएंगे इस बीमारियों का शिकार …

मसाले के लिए 6 से 8 हरी इलायची, 9 से 10 काली मिर्च के दाने, एक चम्मच दालचीनी पाउडर, एक चम्मच सौंफ, तीन-चार केसर के टुकड़े, आधा चक्र फूल (स्टार अनीस), एक चम्मच जीरा और 8 से 9 लौंग लें. इस सामग्री से आप 100 ग्राम च्यवनप्राश बना सकते हैं. Read More – आपको भी अगर बच्चे को अकेले घर में छोड़ के जाना पड़ रहा है, तो उन्हें जरूर सीखाएं ये सभी बातें …

च्यवनप्राश बनाने की विधि

च्यवनप्राश बनाने के लिए सभी जड़ी बूटियों के द्रव्य को निकाल लें. ताजे आंवला को एक कपड़े की पोटली में बांधकर किसी बड़े बर्तन में कम से कम 12-13 लीटर पानी डालकर उबालें. जब पानी का आंठवा हिस्सा रह जाए तो आंवले को निकाल कर उसके बीजों को अलग कर दें और आंवले का पेस्ट बना लें. बचे पानी को भी छान कर रख लें. किसी कढ़ाई में तिल का तेल गर्म करें और आंवले को उसमें अच्छी तरह से पकाएं. उसके बाद बचे हुए पानी में आवश्यकतानुसार चीनी मिलाकर चाश्नी की तरह तैयार कर लें. इसके बाद इसमें आंवला डालकर पकाएं. जब इसका एक गाढ़ा पेस्ट जैसा तैयार हो जाए तो उसमें 200 ग्राम 200 ग्राम तुगाक्षिरी, 300 ग्राम शहद, 50 ग्राम छोटी इलायची, 100 ग्राम पिप्पली, 50 ग्राम तेजपत्र और 50 ग्राम नागकेसर मिलाएं. इस तरह से च्यवनप्राश बनकर तैयार हो जाएगा.