Make Hawan Samagri At Home : पूजा पाठ में जितना महत्व फूल, बेलपत्र और दूसरी सामग्री का होता है उतना ही हवन के लिए इस्तेमाल की जाने वाली हवन सामग्री का होता है.ज्यादातर लोग बाजार से पैकेट में हवन सामग्री लेकर आते हैं और उससे ही आहुति देते हैं. लेकिन बाजार से खरीदे हुए हवन सामग्री में शुद्धता नहीं होती है इसलिए हमें पूजा का फल भी नहीं मिल पाता है. ऐसे में यदि आप पूजा का पूरा फल पाना चाहते हैं.

तो आज हम आपको घर पर ही मार्केट जैसी सुगंधित हवन सामग्री बनाने की विधि बताएंगे.यह विधि बेहद आसान है और आप इस विधि से हवन सामग्री बनाकर कई महीनों के लिए स्टोर भी कर सकते हैं. हवन सामग्री के लिए इस्तेमाल करने वाली चावल, तिल और जौ को साफ पानी में धोकर सुखा लें. बाकी अन्य सामग्री में गंगाजल छिड़क कर शुद्ध कर लें. आइए इसे जानते हैं इसे बनाने की विधि.

हवन सामग्री बनाने की विधि (Make Hawan Samagri At Home )

  • काला तिल- 250 ग्राम
  • जौं- 25-30 ग्राम
  • गेहूं- 25-30 ग्राम
  • चावल- 25-30 ग्राम
  • गुड़ -250 ग्राम
  • फूल वाली लौंग-15-20
  • छुहारा-10 से 12
  • नारियल-एक बड़ा भेला
  • मखाना-10 ग्राम
  • काजू-10-15 ग्राम
  • चिरौंजी-10 से 15 ग्राम
  • गुग्गल- 10-15 ग्राम
  • शहद-3-4 चम्मच
  • शुद्ध घी- 250 ग्राम

ऐसे बनाएं सुगंधित हवन सामग्री

  • हवन सामग्री बनाने के लिए एक पाव धोया हुआ काला तिल, एक पाव गुड़ पाउडर, 25-30 ग्राम जौ, गेहूँ 25-30 ग्राम, चावल 25-30 ग्राम, 15-20 फूल वाली लौंग, पंचमेवा (पांच तरह के सूखे फल यानी काजू, नारियल, मखाना, चिरौंजी और छुहारा) डालकर सभी को मिक्स करें.
  • अब 10-15 ग्राम गुग्गल, 10 ग्राम कपूर कुटा हुआ, एक कटोरी सप्तौषधी, 3-4 चम्मच शुद्ध शहद डालकर अच्छे से मिला लें.
  • अंत में 250 ग्राम शुद्ध घी डालकर सभी चीजों के साथ मिक्स करते हुए एयर टाइट कंटेनर में स्टोर करें.

हवन सामग्री बनाते वक्त इन बातों का रखें खास ध्यान

1-हवन सामग्री के लिए इस्तेमाल की हुई कोई भी वस्तु झूठी या अशुद्ध न हो.

2-सामग्री बनाने के लिए चीजों के अनुपात को खास ध्यान रखें.

3-बाजार से लाई हुई चीजों को पहले जांच लें कि कहीं अशुद्धता या दूसरे चीजों का मिलावट तो नहीं है.

4-बरसात और गर्मी के मौसम में हवन सामग्री को खुले में न रखें, नहीं तो सामग्री खराब हो सकता है.

5-हवन सामग्री में को और ज्यादा खुशबूदार बनाने के लिए लोबान, गुलाब और गेंदे की सुखी पंखुड़ी का उपयोग कर सकते हैं.