दिल्ली. उन्नाव और कठुआ की घटनाओं को लेकर देशव्यापी विरोध के बीच रेप के खिलाफ केंद्र सरकार कड़े कानून बनाने जा रही है। सुप्रीम कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट में केंद्र ने कहा कि पोक्सो एक्ट में संसोधन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. 12 साल तक के बच्चों के साथ रेप करने के दोषी को फांसी की सजा दिए जाने की व्यवस्था की जा रही है . केंद्र ने एक जनहित याचिका के जवाब में यह रिपोर्ट सौंपी. इस मामले की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को होगी.
हाल ही में महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा था कि उनका मंत्रालय बच्चों के साथ दुष्कर्म के दोषियों के लिए मृत्युदंड की सजा के प्रावधान के लिए पॉक्सो एक्ट में संशोधन की मांग पर विचार कर रहा है.
बलात्कारियों को फांसी पर लटकाने की मांग पुरानी
बच्चियों के साथ बढ़ रही रेप की घटनाओं को लेकर देशभर से पॉक्सो एक्ट में संशोधन की मांग उठने लगी है. लंबे समय से लोगों के बीच से बच्चों के साथ रेप के मामले में सजा को बढ़ाकर फांसी किए जाने की मांग उठती रही है . जम्मू के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के बाद लोग रोष में हैं। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. इधर छत्तीसगढ़ में भी बलात्कार की घटनाओं को लेकर कांग्रेस ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है .