नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज भारतीय सेना के वीरों को सम्मानित किया. राष्ट्रपति ने उन्हें वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया. इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रपति भवन में किया गया था, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे. 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तानी F-16 लड़ाकू विमान को हवाई युद्ध में मार गिराने वाले ग्रुप कैप्टन अभिनंदन वर्धमान को भी राष्ट्रपति ने वीर चक्र से सम्मानित किया. उस वक्त कैप्टन अभिनंदन का पैराशूट भी पाकिस्तानी सीमा में उतर गया था, लेकिन उन्होंने हौसला नहीं खोया. बाद में भारत सरकार के दबाव में पाकिस्तान ने उन्हें ससम्मान छोड़ा था.

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बता दें कि बालाकोट एयर स्ट्राइक के समय अभिनंदन वायु सेना में विंग कमांडर थे. बालाकोट में भारत की तरफ से एयर स्ट्राइक की गई थी, जिसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत में घुसने की कोशिश की थी. पाकिस्तान के विमानों को भारतीय वायु सेना ने खदेड़ दिया था और उसी दौरान कप्तान कमांडर अभिनंदन मिग-21 उड़ा रहे थे और पाकिस्तान के विमान को क्रैश करते हुए अभिनंदन का विमान पाकिस्तान की सीमा में जा गिरा. जिसके बाद पाकिस्तानी सेना ने उन्हें पकड़ लिया था. 60 घंटे के भीतर भारत के दबाव के बाद अभिनंदन को छोड़ा गया था और तभी से ये चेहरा देशवासियों के दिलों में घर कर गया था. उन्हें देशवासियों ने सिर आंखों में बिठा लिया था. इसी महीने उन्हें ग्रुप कैप्टन के तौर पर प्रमोट किया गया है. उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सम्मान दिया.

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वहीं शहीद नायब सूबेदार सोमबीर को मरणोपरांत शौर्यचक्र से सम्मानित किया गया. उन्होंने जम्मू और कश्मीर में खूंखार आतंकी को मार गिराया था. उनकी पत्नी और मां ने राष्ट्रपति के हाथों सम्मान लिया. शहीद मेजर विभूति शंकर ढोंडियाल को मरणोपांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी लेफ्टिनेंट निकिता कौल और मां ने सम्मान ग्रहण किया. उन्होंने आतंकियों से 200 किलो विस्फोटक बरामद कर 5 आतंकियों को मार गिराया था. राष्ट्रपति ने कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स के सैपर शहीद प्रकाश जाधव को मरणोपरांत दूसरा सर्वोच्च शांतिकाल वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र से सम्मानित किया. उनकी पत्नी और मां ने अवॉर्ड लिया. वह जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद हुए थे.