संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। क्षेत्र के बिचौलिए ने फर्जीवाड़े का नया तरीका ढूंढ निकाला था. इनके द्वारा वनांचल में निवासरत राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र बैगा आदिवासियों को लालच देकर विगत तीन सालों से उनकी पर्ची और पासबुक जब्त कर पर्ची में फर्जी किसान बनकर धान की बिक्री किया जाता है. यही नहीं फर्जी खाताधारक बनकर जिला सहकारी बैंक लोरमी शाखा से भुगतान राशि का आहरण किया जाता है.
जानकारी के अनुसार, खुड़िया धान उपार्जन केंद्र अंतर्गत वर्ष 2021-22 में दो हजार से अधिक पंजीकृत किसान हैं, जिनका धान राज्य सरकार के नियम अनुसार समर्थन मूल्य में खरीदना है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि जब वनांचल के बैगा आदिवासी किसानों के खेत मे धान की खेती ही नहीं हुई है, तो उनके पर्ची में धान किस आधार पर तीन साल से बिक्री हो रही है.
राष्ट्रपति दत्तक पुत्रों के पर्ची में लंबे समय से कमीशन का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है. आदिवासी किसानों का आरोप है झूठ बोलकर उनके पर्ची में बिचौलिए राज कर रहे हैं. आरोप है कि लोरमी के जिला सहकारी बैंक में लाखो रुपए की फर्जी विड्रॉल फॉर्म भरकर लेनदेन करके राशि आहरण किया जा रहा है, जिसका फायदा बिचौलिए जमकर उठा रहे हैं. किसानों को कर्जमाफी का लाभ तो दूर, न धान का समर्थन मूल्य मिला और न ही बोनस का लाभ मिला.
कर्ज लिए बिचौलिये नोटिस मिला किसान को…
मंजूरहा के बजरु बैगा ने बताया की उनके पर्ची और पासबुक को उरईकछार के बेचौलिया अनिल पटेल ने तीन साल से रखा है. किसान तीन साल से धान नहीं बेचे हैं, न ही उन्हें शासन के किसी योजना का लाभ मिलता है. इन्होंने बताया कि वनांचल क्षेत्र के तीन सौ से अधिक किसान ऐसे हैं, जिनके पर्ची में फर्जी तरीके से क्षेत्र में सक्रिय बिचौलिए धान बेचते आ रहे हैं. इसके अलावा बैगा किसानों को धान का बोनस तो दूर समर्थन मूल्य की राशि नहीं मिलती.
ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब वनांचल के बैगा आदिवासी किसान खुड़िया के धान खरीदी केंद्र में आकर धान बेचे ही नही हैं, तो उनके उनका धान किस आधार पर धान उपार्जन केंद्र में खरीदी कर ली जाती है, और किस आधार पर उनके धान की कीमत जिला सहकारी बैंक से निकाली जा रही है. साथ ही बहुत से ऐसे किसान हैं. जिनके नाम पर केसीसी लोन बिचौलिया अनिल पटेल द्वारा निकाला गया है, उन्हें इसकी जानकारी तब हो रही है जब उन्हें कर्जा की राशि पटाने बैंक से नोटिस मिला है.
शिकायत पर बिचौलिया अनिल पटेल के घर में लोरमी एसडीएम मेनका प्रधान ने बीते दिनों छापा मारते हुए मंजूरहा के सुखमती बाई, सरसोहा वनग्राम के साहेब लाल, सुद्धु, लमरु बैगा,, सिकंदर गोड़, डंगनिया के रायसिंग बैगा, सन्तराम पिता घासीराम, सुखरू, शिवप्रसाद, संभर सिंग, रामजी, आधुराम, राजेन्द्र सहित 28 किसानों की पर्ची जब्त किया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बड़े पैमाने पर धान की अफरा-तफरी करने वाले उरईकछार निवासी अनिल पटेल के पास तीन सौ से अधिक पर्ची वनांचल के बैगा आदिवासी किसानों के मौजूद हैं, जिसमे धान की बिक्री कर किसानों से धोखा किया जा रहा है.
क्या है मामला…
खुड़िया धान उपार्जन केंद्र में गड़बड़ी उजागर होने के बाद फर्जी तरीके से कागजों में धान की अफरा-तफरी करने वाले आरोपी खरीदी प्रभारी जलेश्वर कुलमित्र, बारदाना प्रभारी भूषण जायसवाल सहित ऑपरेटर संदीप जायसवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है. इसके बाद संचु बैगा के नाम पर 27 दिसंबर 2021 को फर्जी तरीके से धान की बिक्री की गई थी. इस पूरे मामले की लिखित शिकायत संचु बैगा ने खुड़िया चौकी में करते हुए आरोप लगाया था कि उनके पट्टे पर दबाव डालकर अनिल पटेल ने धान बेचा है. यही नहीं अनिल पटेल ने उसके नाम पर 95000 का केसीसी लोन भी दबाव बना कर लिया है. इस संबंध में अनिल पटेल पर कार्रवाई करते हुए खेती संबंधित कागजात वापस दिलाने के लिए खुड़िया पुलिस चौकी में शिकायत भी किया गया है. जिसमें अब तक किसी तरीके से कोई कार्यवाही नहीं की गई है.