नई दिल्ली। पहली बार मैं मुस्लिम समुदाय से आत्ममंथन करने को कह रहा हूं. आप यह सोचते रहेंगे कि सत्ता में किसे बिठाएंगे और किसे उतारेंगे, तो उसमें आप अपने बच्चों का भविष्य ही खराब करेंगे. यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक टीवी चैनल के संपादकों के साथ साक्षात्कार के दौरान मुस्लिम समुदाय को लेकर कही. इसे भी पढ़ें : लोकसभा चुनाव 2024 : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के साथ मंत्रिमंडलीय सहयोगियों ने डाली महायज्ञ में आहुति…

मैं आज पहली बार कह रहा हूं. मैं कभी पहले कभी विश्व कल्याण मैं मुस्लिम समाज को कह रहा हूं. उनके पढ़े लिखे लोगों को कहता हूं आत्ममंथन करिए. सोचिए देश इतना आगे बढ़ रहा है. अगर कमी आपके समाज में महसूस होती है तो क्या कारण है? सरकार की व्यवस्थाओं का बेनिफिट कांग्रेस के जमाने में आपको क्यों नहीं मिला? क्या कांग्रेस के कालखंड में आप इस दुर्दशा के शिकार हुए हो? क्या आत्ममंथन कीजिए और एक बार तय कीजिए ये आपके मन में जो है कि सत्ता पर हम बिठाएंगे, हम उतारेंगे, उसमें आप अपने बच्चों का भविष्य खराब कर रहे हो.

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मुसलमान समाज दुनिया में बदल रहा है. आज मैं विश्व के देशों में जाता हूं. इतना सम्मान व्यक्तिगत रूप से मुझे मिलता है और भारत को भी मिलता है. उन सबको लगता है कि हमारे यहां विरोध हो रहा है. अब सऊदी अरेबिया में योगा ऑफिशियल सिलेबस का सब्जेक्ट है. यहां मैं योगा की बात करूं तो आप ये चला दे. एंटी मुस्लिम है. मैं विश्व के देशों में जाता हूं. ये सारे अमीर लोग जहां मेरे साथ बैठते होंगे, लंच या डिनर में जरूर मुझे योगा के विषय में पूछते हैं. कि मोदी जी इसका स्पेशल ट्रेनिंग लेना है तो क्या करना, कैसे करना. कोई कहता है मेरी पत्नी इंडिया जाती है योगा सीखने. साल में एक महीना तो बोले ही रहती. अमीर की पत्नियां कहती हैं उनके परिवारजन आते हैं.

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अब यहां उसको उन्होंने हिंदू मुसलमान बना दिया. योगा को भी. अब ये जो कर रहे हैं, मैं मुसलमान समाज से आग्रहपूर्वक कहता हूं. कम से कम अपने बच्चों की जिंदगी को तो सोचो. अपना भविष्य तो सोचो. मैं नहीं चाहता हूं कोई समाज बंधुआ मजदूर की तरह जिंदगी जिए, क्योंकि कोई डरा रहा है. दूसरा, अगर आप बैठना उठना शुरू करोगे, भाजपा वाले आपको डर वाले लग जाओ, 50 लोग बैठकर भाजपा कार्यालय में एक दिन बैठे रहो. निकाल देंगे क्या आपको? आप देखिये क्या चल रहा है, कौन निकालता है.