रायपुर. आपने न जाने कितने प्रधानमंत्री को देखा होगा, लेकिन मैं पहला प्रधानमंत्री हूं, जिसने आपको देखा है. क्योंकि मैं दूसरे ग्रह से आया हूं. लेकिन आपने मुझे कभी अकेलापन महसूस नहीं होने दिया. यह बात देश के 15वें प्रधानमंत्री के तौर पर विदाई की बेला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री कार्यालय के स्टाफ से संवाद करते हुए कही.

स्वतंत्र भारत के इतिहास में कितने प्रधानमंत्री आए, और कितने गए, यह बात शायद प्रधानमंत्री कार्यालय के स्टाफ से पूछें तो वह भी नहीं बता पाए, लेकिन नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पहले ही कार्यकाल में पीएमओ स्टाफ पर ऐसी छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं, जिसकी कल्पना भी उनके स्टाफ ने नहीं की होगी. प्रधानमंत्री मंत्री कार्यालय में कार्यालय के अधिकारियों-कर्मचारियों को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब तक कोई समर्पित टीम नहीं होती, तब तक सपने कितने ही सुहाने, संकल्प कितने ही दृढ़ हो, इरादे कितने ही नेक हो, सफल नहीं हो सकते. लेकिन मेरी अपेक्षा से ज्यादा आपने परिणाम दिया है, मेरी समय की कल्पना से पहले दिया है. और काम सचारू तरीके से हो, सुचिता से इस पर पूरा ध्यान दिया है. सभी अभिनंदन के पात्र हैं.

इस अवसर पर मोदी ने अपने स्टाफ के साथ-साथ दूसरे लोगों को भी बड़ा संदेश किया, जिसमें उन्होंने कहा कि पीएमओ को प्रभावी बनाना होता तो सिंगल लीडरशिप पर्याप्त होता. लेकिन मेरी सोच पीएमओ को प्रभावी बनाने की नहीं है. मेरी सोच पीएमओ को कार्यकुशल (इफिशिइंट) बनाने की है. इतने बड़ी शासन व्यवस्था में पीएमओ इफिशियंस हो. इससे जो गति आती है, ऊर्जा मिलती है, परिणाम मिलता है, वह बहुत ऊंचा रहता है. इसके अलावा प्रधानमंत्री ने अपने स्टाफ के जरिए बहुत कुछ बातें कही…

देखिए वीडियो : [embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=k_6g1NbdaKo[/embedyt]