पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए इस खुलासे से नाराज हैं कि वह उन्हें कुर्ता और मिठाइयां भेजती हैं. बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि बंगाल के लोग उन्हें मिट्टी से बने रसगुल्ले देंगे जिसमें वोट की जगह कंकड़ भरे होंगे.
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख बनर्जी ने इससे पहले कहा था कि भाजपा को इस आम चुनाव में पश्चिम बंगाल से एक ‘बड़ा रसगुल्ला’ मिलेगा. पश्चिम बंगाल में रसगुल्ले का उल्लेख परीक्षा में शून्य मिलने के लिए भी किया जाता है क्योंकि इस मिठाई का आकार भी गोल है. पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं. बनर्जी ने रानीगंज में एक रैली में कहा,
‘‘नरेंद्र मोदी वोट मांगने के लिए नियमित रूप से बंगाल आ रहे हैं. लेकिन लोग उन्हें कंकड़ भरे, मिट्टी से बने रसगुल्ले देंगे, यदि वह उसे चखने का प्रयास करेंगे तो उनके दांत टूट जाएंगे’’
बनर्जी ने इससे पहले कहा था कि उन्होंने जो शिष्टाचार दिखाई उसे मोदी ने सार्वजनिक करके एक ‘‘राजनीतिक मुद्दा’’ बना दिया कि वह उन्हें मिठाइयां भेजती हैं. उन्होंने दावा किया कि मोदी प्रधानमंत्री पद के योग्य नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी कोई ऐसा प्रधानमंत्री नहीं देखा जो निम्न स्तर की टिप्पणी करे.’’
उन्होंने भाजपा से कहा कि भगवान राम के नाम का राजनीतिकरण नहीं करे. उन्होंने कहा, ‘‘हिंदू और मुस्लिम दंगों में लिप्त नहीं होते, आरएसएस ऐसा करता है.’’ बनर्जी ने आरोप लगाया कि मोदी के सत्ता में आने से पहले आसनसोल या रानीगंज में कोई साम्प्रदायिक दंगा नहीं होता था. उन्होंने साथ ही भाजपा पर पड़ोसी झारखंड से पैसे लाने और पश्चिम बंगाल में गड़बड़ी उत्पन्न करने का आरोप लगाया.
दोनों औद्योगिक और खनन नगरों में 2018 में रामनवमी समारोहों के दौरान तनाव उत्पन्न हो गया था. मोदी के ‘गुंडागर्दी’ दावे पर बनर्जी ने कहा, ‘‘उन्हें यह भी नहीं पता कि किसी महिला के बारे में कैसे बोलना है.’’
बनर्जी ने आसनसोल से भाजपा उम्मीदवार एवं केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो पर ‘‘अक्खड़ व्यवहार’’ करने का आरोप लगाते हुए लोगों से उन्हें वोट नहीं देने का आग्रह किया. गायक से नेता बने सुप्रियो 2014 में आसनसोल सीट से जीते थे और नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री बने थे. किसी समय सुप्रियो और बनर्जी के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध थे.