Prithvi Shaw: दाएं हाथ के युवा बैटर पृथ्वी शॉ अब नई टीम के साथ मैदान पर उतरने की तैयारी में हैं. घरेलू क्रिकेट में वो मुंबई टीम का साथ छोड़ने जा रहे हैं.

Prithvi Shaw: पृथ्वी शॉ इस वक्त चर्चा में हैं. ये वही खिलाड़ी है, जिसे कभी भविष्य का सितारा माना गया था, लेकिन उनका करियर पटरी से उतर गया. इस खिलाड़ी ने भारतीय टीम के लिए अपना आखिरी मैच 25 जुलाई 2021 को खेला था. अपने डूबते करियर को बचाने के लिए अब ये खिलाड़ी एक नई शुरुआत करने जा रहा है. रणजी ट्रॉफी में दरकिनार किए जाने और आईपीएल में मौके न मिलने के बाद अब पृथ्वी ने नई टीम के साथ करियर की अगली पारी खेलने का मन बना लिया है.

साल 2021 से ही टीम इंडिया से बाहर चल रहे शॉ ने घरेलू क्रिकेट में मुंबई क्रिकेट टीम छोड़ने का फैसला कर लिया है. रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्हें 2 से 3 और राज्यों की टीम से खेलने का ऑफर मिला है. मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के एक सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि ‘पृथ्वी शॉ ने हमसे एनओसी मांगी है और हम जल्द ही इस पर फैसला करने वाले हैं.’

पृथ्वी शॉ ने क्या कहा?

दाएं हाथ के स्टार बैटर पृथ्वी शॉ ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) को एक ईमेल भेजकर नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) मांगा है. अपने मेल में उन्होंने लिखा ‘मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का हिस्सा होना मेरे लिए गर्व की बात है. उन्होंने हमेशा मुझे समर्थन दिया और मौके दिए, लेकिन अब मेरे करियर के इस मोड़ पर मुझे एक नई टीम से खेलने का मौका मिला है. मुझे भरोसा है कि यह मेरे विकास और सफलता के लिए जरूरी है. कृपया मुझे NOC जारी करें, ताकि मैं नई टीम के लिए खेल सकूं.’

मुंबई से क्यों अलग हो रहे हैं पृथ्वी शॉ?

दरअसल, पिछले साल मुंबई सिलेक्शन कमेटी ने शॉ को फिटनेस कारणों से बाहर कर दिया था. उनका फैट प्रतिशत 35% बताया गया था. तब शॉ को वजन घटाने और फिटनेस सुधारने की सलाह दी गई थी. लगातार टीम से बाहर रहने ने उनके आत्मविश्वास को झटका दिया है. इसलिए अब शॉ नई टीम के साथ जुड़कर अपने करियर को फिर से पटरी पर लाने की ठानी है.

मुंबई के लिए शानदार रहा है शॉ का प्रदर्शन

पृथ्वी शॉ का मुंबई टीम के लिए प्रदर्शन किसी सपने से कम नहीं रहा. उन्होंने साल 2017 में रणजी डेब्यू किया और तमिलनाडु के खिलाफ शतक जमाकर प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए. 2022-23 रणजी ट्रॉफी में असम के खिलाफ 379 रनों की ऐतिहासिक पारी, जो मुंबई क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी पारी है. इस खिलाड़ी ने विजय हजारे ट्रॉफी 2020-21 के 8 मैचों में 827 रन किए, उनका औसत 165.40 और स्ट्राइक रेट 138.62 का रहा था. अब तक लिस्ट ए की 65 पारियों में उनके नाम 55.7 की औसत से 3,399 रन हैं.

पृथ्वी शॉ का इंटरनेशनल करियर कैसा रहा?

पृथ्वी शॉ ने बहुत कम समय में ही भारतीय क्रिकेट में बड़ा नाम बनाया था. उन्होंने आते ही तबाही मचा दी थी. लकिन जब वो टीम से बाहर हुए तो फिर वापसी नहीं हुई. इस खिलाड़ी ने भारत के लिए 5 टेस्ट, 6 वनडे और 1 टी20 मैच खेले हैं. टेस्ट मैचों में उन्होंने 42.37 के एवरेज से 339 रन बनाए, जिसमें 1 शतक और 2 अर्धशतक शामिल रहे. जबकि वनडे में पृथ्वी के नाम पर 31.50 की औसत से 189 रन दर्ज हैं. एकमात्र टी20 मैच में उनका खाता नहीं खुला था. शॉ ने पिछले घरेलू सत्र में इंग्लिश काउंटी टीम नॉर्थेम्पटनशायर के लिए वनडे कप मुकाबले खेले थे, जहां उन्होंने पांच पारियों में 97, 72, 9, 23 और 17 रन बनाए.

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