रायपुर. राजधानी रायपुर में चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन नवमी पर नगर सहित अंचलभर के दुर्गा प्रतिमा व जोत-जवारा का विसर्जन किया गया. नौ दिन तक तक माता की सेवा में लगे भक्तों ने धूमधाम से पारंपरिक बाजे-गाजे के साथ नम आंखों से माता को विदाई दी.

जस सेवा गीत गाते सेवा मंडली के साथ भक्त बाना लिए जवारा की शोभा यात्रा निकालकर शहर भ्रमण करते हुए जवारा और पाठपीड़ा को कंकालीन तालाब में विसर्जन किया गया. इस शोभा यात्रा में राजधानी के कोने-कोने से लोग शामिल हुए. इसके साथ ही साथ बाना लिये थिरकते कदम से भक्त चल रहे थे.

जसगीत और मांदर की थाप के साथ जहां कुछ महिलाएं देवी चढ़ने पर झूपते हुए चल रहे थे, वहीं शोभायात्रा में शामिल सैकड़ों श्रद्धालु भक्ति गीत पर नाचते-गाते विसर्जन के लिए पहुंचे. वहीं नवरात्रि उपवास रहने वाले भक्तों ने महाष्टमी से विसर्जन तक अपने-अपने घरों में नौ कन्या भोज कराकर माता से आशीर्वाद मांगा. इसके अलावा देवी मंदिरों शीतला माता, काली माता, घटोरिया, चण्डी, खण्डोबा के भी जोत-जवारा विसर्जन किया गया. मां के शोभा यात्रा के साथ-साथ पुलिस प्रशासन भी तैनात रहे.