अमृतसर. राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने बजट पर टिप्प्णी करते हुए कहा कि सरकार द्वारा पेश किया गया 2024-25 का बजट राज्य की जनता से किए वादों में पुरी तरह विफल साबित हुआ है. बजट ने समाज के सभी वर्गों को निराश किया है. चाहे वे किसान हो, उद्योगपति हो या सरकारी कर्मचारी हो. किसी को कुछ नहीं मिला.

चुघ ने कहा कि राज्य के कर्ज में आश्चर्यजनक वृद्धि, 3.7 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना है. प्रदेश का बजट एक लड़खड़ाती अर्थव्यवस्था का स्पष्ट संकेत है. पिछले साल प्रदेश सरकार ने अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए 44,000 करोड़ रुपए उधार लिए थे. जिससे, पता है कि संसाधन सृजन में कोई प्रयास नहीं किया गया था. चुघ ने कहा कि सरकार एक बार फिर से महिलाओं को 1000 रुपए देने में विफल रही है.

चुघ ने कहा कि खराब मौसम के कारण किसानों को बड़ा नुक्सान हुआ, बजट में उन्हें कोई राहत नहीं दी गई. इससे पता चलता है कि सरकार को उन किसानों की कोई चिंता नहीं है जिन्हें करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है. इसके अलावा, इस बार फसलों के विविधीकरण के लिए आबंटित धनराशि में लगभग 50 प्रतिशत की कटौती की गई है, जिससे भगवंत मान सरकार के किसान समर्थक सरकार होने के फर्जी दावों का पर्दाफाश हो गया है.