चंडीगढ़ : पंजाब को पर्यटन केंद्र के रूप में बढ़ावा देने की निरंतर आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए वित्त मंत्री ने बजट में 166 करोड़ रुपए का प्रस्ताव रखा है. सरकार ने विभिन्न समर्पणों के निर्माण-रख-रखाव और संरक्षण के लिए 30 करोड़ रुपए खर्च और इसके अलावा पंजाब राज्य पयर्टन की ब्रांडिंग के लिए 30 करोड़ रुपए का विशेष प्रावधान किया है.


इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 25 करोड़ रुपए की लागत से ‘विभिन्न वन्यजीव क्षेत्रों/पंजाब के बीरों में इको टूरिज्म गतिविधियां’ नामक एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया है और इसे आने वाले 3 वर्षों में लागू किया जाएगा और इसके लिए वित्त वर्ष 2024-25 में उपयुक्त आवंटन किया गया है. पठानकोट में रणजीत सागर बांध को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए पहले ही अलग से प्रयास चल रहे हैं.


परशाद योजना के तहत श्री चमकौर साहिब में विकास कार्य शुरू हो चुका है. इसके अलावा, एंग्लो-सिख युद्ध सर्किट विकसित करने का काम पहले से ही चल रहा है और जल्द ही पूरा हो जाएगा. साथ ही भारतीय संस्कृति में पगड़ी के महत्व को प्रदर्शित करने वाला श्री आनंदपुर साहिब में पगड़ी संग्रहालय बनाने का भी प्रयास किया जा रहा है.

राजस्व पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन के लिए 1,573 करोड़ रुपए का प्रस्ताव

चंडीगढ़. इस वर्ष बाढ़ के कारण प्रभावित आबादी को निकालने, आश्रय प्रदान करने और भोजन और चिकित्सा सहायता की तत्काल आवश्यकता को पूरा करने के लिए तत्काल और व्यापक राहत प्रयासों की आवयकता हुई. पंजाब सरकार ने फसल क्षति, मानव जीवन की हानि, पशुधन की हानि और आवासों की क्षति सहित विभिन्न नुकसानों को कवर करने के लिए चालू वित्तीय वर्ष में लगभग 490 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया है. इसके अलावा इस विभाग की विविध पहलों का समर्थन करने के लिए वित्त वर्ष 2024- 25 में 1,573 करोड रुपए का बजटीय प्रस्तावित किया है.