रायपुर. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन का सनातन को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ राजनीतिक दलों और हिंदू संगठनों में खासा आक्रोश व्याप्त है. हर कोई स्टालिन के बयान की कड़ी निन्दा कर रहा है. लगातार जगह-जगह विरोध प्रदर्शन जारी है. आज भाजपा रायपुर शहर जिला ने तमिलनाडु मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधी स्टालिन का पुतला दहन किया. बड़ी संख्या में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने उदानिधि के पुतले को आग के हवाले किया.

भाजपा ने उदयनिधी के 2 पुतले जलाए. भाजपा कार्यकर्ताओं ने पहले स्टालिन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बूढ़ातालाब से रैली की शक्ल में भाजपाई पैदल मार्च करते हुए बिजली ऑफिस चौक पहुंचे, जहां प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और पूर्व मंत्री वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कार्यकर्ताओ को संबोधित किया. इस दौरान कार्यकर्ता विरोध में नारेबाजी करते रहे. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने कहा, सत्य सनातन धर्म कोई अचानक अस्तित्व में नही आया. यह मानव समाज में संस्कृति और सभ्यता का मुख्य आधार रहा है. सनातन धर्म विश्व की प्राचीनतम सभ्यता सनातनी रही है. ऐसे में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे का बयान ना केवल निंदनीय है, अपितु दंडनीय है.

साव ने कहा हम सभी को ज्ञात है कि तमिलनाडु में कांग्रेस के गठबंधन से ही स्टालिन सरकार चल रही है. ऐसे में कांग्रेस को चाहिए वह अपना मत और पक्ष जनता के सामने स्पष्टता से रखे. चुनाव आते ही कांग्रेस के मुख्य नेता राहुल गांधी जनेऊ धारण करके हिंदू मतदाताओं को आकर्षित करने का राजनीतिक स्टंट करते हैं या वाकई में उन्हें स्नातनियो और हिंदुओ से लगाव है. कांग्रेस गठबंधन से मुख्यमंत्री बने स्टालिन के बेटे द्वारा सनातन धर्म के खिलाफ इतनी अभद्र और अशोभनीय भाषा का उपयोग किया जाता है, मगर एक भी कांग्रेसी उनके खिलाफ नहीं बोलता. इससे कांग्रेस की रीति नीति स्पष्ट होती है और उदयनीधी स्टालिन के अभद्र बयान पर मौन स्वीकृति को इंगित करती है.

पूर्व मंत्री वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे का बयान कोई भी सनातनी स्वीकार्य नहीं करेगा. हिंदू समाज के धैर्य और सहिष्णुता की परीक्षा लेने की गलती शनैः शनैः कई आतताइयो, तानाशाहों और अक्रांताओ ने की, मगर आज उनके निशान भी नही मिलते. सब काल के गाल में समा गए, बचा रहा तो केवल सनातन भारत में रहने वाले सभी धर्मांतरित लोगो का इतिहास खंगालेंगे तो मूल में हिंदू धर्म ही मिलेगा, जिनके पूर्वजों ने तलवार के डर या प्रलोभन से अपना धर्म त्याग दिया. आज वे सनातन का अपमान करते हैं. जिस कांग्रेस के गठबंधन से तमिलनाडु सरकार है उसके नेता बगले झांकते नजर आ रहे है, क्यों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री या अन्य किसी कांग्रेसी नेता के मुंह से कोई शब्द नहीं निकलता इस अभद्रता के खिलाफ, क्योंकि कहीं ना कहीं दोनो की विचारधारा सनातन को लेकर एक ही जैसी है.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, प्रदेश के मुख्यमंत्री के पिता ने प्रभु श्रीराम को लेकर कितनी अभद्र टिप्पणियां की है. यह किसी से छुपा नहीं है और प्रदेश के मुखिया तमाम ढोंग करते नजर आ ही जाते हैं. जिला भाजपा अध्यक्ष जयंती पटेल ने कहा, सनातन के खिलाफ इस तरह की अभद्र टिप्पणी कतई स्वीकार करने योग्य नहीं, कांग्रेस अपने घटक दलों के माध्यम से देश का माहौल खराब करने की योजना में है, जिससे राजनीतिक लाभ लिया जा सके और हम ऐसा कतई नहीं होने देंगे.

पुतला दहन कार्यक्रम में में विशेष रूप से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, जिला अध्यक्ष जयंती पटेल, भाजपा संभाग प्रभारी दिलीप जयसवाल, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी, प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव, नलीनेश ठोकने, अमित साहू, सच्चिदानंद उपासने, राजीव अग्रवाल, अवधेश जैन, जिला महामंत्री द्वय सत्यम दुवा, रमेश ठाकुर, प्रफुल्ल विश्वकर्मा, ओंकार बैस, सुभाष तिवारी, अंबिका यदु, डॉ सलीम राज, गौरीशंकर श्रीवास, मिर्जा एजाज बेग, आशु चंद्रवंशी, ललित जयसिंग सहित बड़ी संख्या में भाजपा एवं मोर्चा प्रकोष्ठों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे.