जीतेन्द्र सिन्हा, राजिम। छत्तीसगढ़ के फिंगेश्वर में लंबे समय से लंबित पड़ी कृषि महाविद्यालय भवन निर्माण की मांग को लेकर जन आक्रोश एक बार फिर फूट पड़ा है. बुधवार को सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने नगर के मुख्य मार्ग पर बाइक रैली निकालकर जोरदार प्रदर्शन किया. आक्रोशित नगरवासियों ने 2 दिवसीय महाबंद का ऐलान कर शासन-प्रशासन पर दबाव बढ़ा दिया है. बंद के दौरान दैनिक उपयोग की वस्तुओं को छोड़ सभी दुकानें बंद रहेंगी. व्यापारिक संगठनों ने भी महाबंद को समर्थन दिया है, जिससे क्षेत्र में हलचल तेज हो गई है.


15 करोड़ की लागत से बनना था महाविद्यालय, 8 साल से लंबित
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि शासन ने 8 साल पहले फिंगेश्वर में तकरीबन 15 करोड़ की लागत से कृषि महाविधालय व अनुसंधान बनाने की घोषणा की गई थी, लेकिन आज तक भवन निर्माण तो दूर, उचित भूमि आबंटन भी नहीं किया गया. ग्रामीणों की मांग है कि जल्द से जल्द जमीन चिन्हित कर निर्माण कार्य शुरू किया जाए.

बीते विधानसभा सत्र के दौरान भी राजिम विधायक रोहित साहू ने इस मुद्दे को सदन में उठाया था. सवाल के जवाब में कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने जल्द ही भवन निर्माण शुरू करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक आधारशिला भी नहीं रखी गई.

आंदोलन तेज करने की चेतावनी
ग्रामीणों ने तहसीलदार और थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी कि यदि जल्द मांग पूरी नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा. प्रदर्शनकारियों का कहना है – “हमने शिक्षा और भविष्य की बुनियादी जरूरत के लिए 8 साल इंतजार किया है. अब और सब्र नहीं किया जाएगा.”
स्थानीय लोगों का मानना है कि कृषि प्रधान क्षेत्र फिंगेश्वर में कृषि महाविद्यालय का होना बेहद आवश्यक है. इससे छात्रों को उच्च शिक्षा, किसानों को आधुनिक खेती के तौर-तरीके और युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे.
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