Ashish Tiwari Lalluram.com
रिपोर्ट- आशीष तिवारी
सुनेंगे तो चौक जाएंगे !
हैरत में पड़ जाएंगे !
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार गायब हो गई है ! आलम ये है कि राजधानी रायपुर में ना मंत्री हैं और ना ही आला अधिकारी। बताया जा रहा है कि ये हालात लगभग इस हफ्ते तक बने रहेंगे, क्योंकि कई विदेश दौरे पर हैं, तो कुछ ऐसे हैं, जो पार्टी के कार्यक्रमों के चलते लगातार प्रवास पर हैं, तो कुछ दौरों पर जाने की तैयारी में हैं।
ऐसा पहली बार हुआ है, जब एक साथ सूबे के तमाम मंत्री और आला अधिकारियों की मौजूदगी राजधानी में नहीं है। मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह को मिलाकर सरकार में कुल 13 मंत्री हैं, जिनमें से 10 मंत्री फिलहाल मौजूद नहीं है।

  कौन कहां हैं?

 मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह

रविवार, दक्षिण कोरिया औऱ जापान की यात्रा पर रवाना हुए हैं। उनके साथ प्रदेश के बड़े नौकरशाहों की पूरी फौज हैं। मकसद हैं, प्रदेश में निवेश के लिए बेहतर संभावनाओं को तलाशना। मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के साथ मुख्य सचिव विवेक ढांड, अतिरिक्त मुख्य सचिव एन बैजेंद्र कुमार, प्रमुख सचिव अमन सिंह, सीएसआईडीसी के एमडी सुनील मिश्रा, उद्योग संचालक कार्तिकेय गोयल, चिप्स सीईओ एलेक्स पाल मेनन औऱ जनसंपर्क विभाग के संचालक राजेश सुकुमार टोप्पो भी विदेश प्रवास पर गए हुए हैं। डेलीगेशन दक्षिण कोरिया और जापान में आईटी-इलेक्ट्रानिक्स सेक्टर, रक्षा उपकरण, मेडिकल, सोलर ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में निवेश लाने की संभावनाएं तलाशेगा।  मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ 29- 31 मई तक दक्षिण कोरिया के सियोल में रहेंगे। 1-3 जून तक जापान के ओसाका और 3-4 जून तक टोक्यो में रहेंगे। प्रतिनिधिमंडल 5 जून को भारत लौटेगा औऱ 6 जून को रायपुर पहुंचेगा।

 

 स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर

हेल्थ सेक्टर में हुए रिसर्च के अध्ययन के लिए  लंदन औऱ पेरिस की यात्रा पर गए हैं। उनके साथ स्वास्थ्य सचिव सुब्रत साहू और संचालक आर. प्रसन्ना भी दौरे पर साथ गए हैं।  बताया जा रहा है कि लंदन और पेरिस के दौरे का मकसद मेडिकल फील्ड की बेस्ट प्रेक्टिसेस औऱ रिसर्च का अध्ययन करना है। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवा की बेहतरी के लिहाज से लंदन स्कूल आफ हाइजिन एंड ट्रापिकल मेडिसिन से टाईअप किये जाने की दलील दी गई है। बताया गया है कि लंदन स्कूल आफ हाइजिन एवं ट्रापिकल मेडिसिन के साथ होने वाले एमओयू के तहत प्रदेश के मेडिकल कालेज के स्टूडेंट्स, डाक्टर्स का भी ओरिएंटेशन प्रोग्राम आय़ोजित किया जाएगा। बस्तर जैसे सुदूर इलाकों में काम कर रहे डाक्टर्स के लिए भी ये प्रोग्राम काफी अहम साबित होगा। डेलीगेशन की ओऱ से कोशिश ये भी की जाएगी कि छत्तीसगढ़ औऱ लंदन स्कूल आफ हाइजिन एंड ट्रापिकल मेडिसिन  मिलकर ज्वाइंट रिसर्च करने अहम समझौता किया जाए।

 कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल

पारिवारिक यात्रा पर आंध्रप्रदेश के धार्मिक स्थल तिरूपति के दौरे पर हैं। पारिवारिक सदस्यों के साथ दर्शन के लिए बृजमोहन अग्रवाल धार्मिक यात्रा पर गए हुए हैं।

स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप

 विदेश दौरे पर होने की चर्चा है। हालांकि उनका ये दौरा आफिशियल नहीं है। केदार अपने परिजनों के साथ छुट्टियां मनाने विदेश दौरे पर गए हुए हैं। उनके करीबियों से हुई चर्चा में ये नही ंबताया गया कि वे किस देश की यात्रा पर गए हैं। लेकिन इतना जरूर कहा गया है कि जिस भी देश गए हैं, मुंबई से महज चंद घंटों की उड़ान पर है।

पर्यटन मंत्री दयालदास बघेल

संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री दयालदास बघेल पर्य़टन बोर्ड के उपाध्यक्ष केदार गुप्ता और एमडी एम के नंदी के साथ फ्रांस, यूके औऱ स्काटलैंड के दौरे पर गए हुए हैं। दरअसल फ्रांस में कान फेस्टिवल के पैवेलियन में छत्तीसगढ़ पर्टयन विभाग ने राज्य के पर्यटन के प्रमोशन के लिहाज से अपना एक डोम लगाया था।

विदेश दौरे पर मूणत

इधर मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह, केदार कश्यप, दयालदास बघेल, अजय चंद्राकर का विदेश दौरा खत्म होगा तो उधर आवास एवं पर्यावरण मंत्री राजेश मूणत विदेश दौरे पर जाने की तैयारी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि राजेश मूणत 20 से 29 जून तक विदेश दौरे पर रहेंगे। इस दौरान नीदरलैंड, बेल्जियम, यूके, और स्काटलैंड का दौरा किया जाएगा। मूणत के साथ विभाग के सचिव संजय शुक्ला, हाउसिंग बोर्ड के आयुक्त सिद्धार्थ कोमल परदेसी और कार्यपालन अभियंता सुनील सिंह दौरे पर साथ जाएंगे।

                 

बाकी मंत्री

 इधर प्रेमप्रकाश पांडेय, पुन्नूलाल मोहिले, महेश गागड़ा, अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, रमशीला साहू, रामसेवक पैकरा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में हैं।
कांग्रेस की चुटकी
सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों के दौरे की अपनी वाजिब वजहें हैं, लेकिन सरकार का राजधानी में नहीं होना भी बड़ा सवाल खड़े करता है, क्योंकि संवैधानिक व्यवस्थाओं के अनुरूप कार्यपालिका के बगैर कोई काम नहीं हो सकता। नीति निर्धाऱण करने की सबसे बड़ी शक्ति कार्यपालिका की है। कार्यपालिका की सर्वोच्च शक्तियां मुख्यमंत्री औऱ मंत्रियों में हैं। प्रदेश के विकास के लिए होने वाले दौरे जरूरी हैं, लेकिन सवाल ये खड़ा होता है कि दौरे पर जाने के बाद संबंधित जिम्मेदारियों किसे सौंपी गई?  संविधान को जानने और समझने वाले इसे संवैधानिक संकट की तरह मान रहे हैं। इधर सरकार के दौरे पर होने को लेकर कांग्रेस ने चुटकी ली है। प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा- मंत्रियों और अधिकारियों के विदेश दौरे पर होने के दौरान यदि कोई आपातकाल के हालात बन गए, तो जिम्मेदारी किसकी होगी? आखिर छत्तीसगढ़ में सरकार के भीतर नंबर टू कौन हैं? मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, मंत्री बाहर है, तो जिम्मेदारी किसकी है?