रायपुर. Twitter में दुष्कर्म के आरोपी आसाराम बापू को लेकर कई प्रकार के तथ्य उनके चाहने वाले बड़ी तेजी से वायरल कर रहे है. जिसमें उन्हें निर्दोष बताया जा रहा है. आसाराम के भक्त उन्हें मिली सजा के पीछे हिन्दुओं के खिलाफ साजिश भी बता रहे है.

Twitter में #पूछताहैभारत से ये पूरा मामला काफी ट्रेंड कर रहा है और पिछले कुछ घंटों के दौरान ही करीब 50 हजार लोग इसे Tweet कर चुके है. इसमें वे कई मेडिकल रिपोर्ट भी वायरल कर रहे है, जिसमें ये कहा जा रहा है कि आसाराम को एक काल्पनिक कृत्य बताकर सजा दी जा रही है.
आसाराम पर जोधपुर के निकट एक आश्रम में नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप है. एक अगस्त 2013 को यह मामला उजागर हुआ था. इसके बाद 31 अगस्त 2013 को पुलिस ने आसाराम को इंदौर से गिरफ्तार किया. 25 अप्रैल को जोधपुर की अदालत में दोषी मानते हुए सजा सुनाई.

आसाराम के भक्त जान ले, पीड़िता ने लगाया था ये आरोप

पीड़िता ने आसाराम पर उसे जोधपुर के नजदीक मनाई इलाके में आश्रम में बुलाने और 15 अगस्त 2013 की रात उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया था. उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की रहने वाली पीड़िता मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आसाराम के आश्रम में पढ़ाई कर रही थी. फैसले के बाद पीड़िता के पिता ने कहा, हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा था और हमें खुशी है कि न्याय मिला. उन्होंने कहा कि परिवार लगातार दहशत में जी रहा था और इसका उनके व्यापार पर भी काफी असर पड़ा. फैसले के मद्देनजर जोधपुर जेल के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी जहां पहले से निषेधाज्ञा लागू है. आसाराम पर गुजरात के सूरत में भी बलात्कार का एक मामला दर्ज है.

जाने कब क्या हुआ

– 15 अगस्त 2013 : उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर की एक किशोरी के साथ जोधपुर के मनाई आश्रम में बलात्कार किया गया.
– 19 अगस्त : नई दिल्ली के कमला नेहरू नगर थाने में एफआईआर दर्ज की गई.
– 20 अगस्त : पीड़िता का मेडिकल परिक्षण कराया गया.
– 21 अगस्त : नई दिल्ली से केस जोधपुर स्थानांतरित किया गया.
– 26 अगस्त : आसाराम को समन जारी किया गया.
– 27 अगस्त : लुकआउट नोटिस हुआ.
– 30 अगस्त : आसाराम ने 20 दिन की मोहलत मांगी.
– 30 अगस्त : पुलिस की ओर से डेडलाइन खत्म.
– 31 अगस्त : पुलिस रात 12 बजकर 26 मिनट पर इंदौर आश्रम में घुसी.
– 1 सितंबर 2013 : आसाराम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उन्हें जोधपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया.