हड़ताल पर बैठे तहसीलदारों पर भड़के मुख्यमंत्री ने गाज गिराई है। सरकार के आदेश न मानने वाले एक दर्जन से ज्यादा राजस्व अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। हड़ताल पर बैठे इस सभी तहसीलदार को नौकरी में लौटे के लिए डेड लाइन दी गई थी, जिसे उन्होंने नहीं माना।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सामूहिक अवकाश लेने और रजिस्ट्री न करने वाले तहसीलदारों को आज शाम पांच बजे तक काम पर लौटने का समय दिया था। इसमें 14 तहसीलदारों ने सरकार का कहा नहीं माना और वे इस बात भी अड़े रहे कि वे काम तो करेंगे लेकर शुक्रवार तक रजिस्ट्री नहीं करेंगे, जिसके बाद इन्हें निलंबित कर दिया गया है।

यह हुए निलंबित

अतिरिक्त मुख्य सचिव राजस्व अनुराग वर्मा ने सरकार का कहना न मानने वाले 14 राजस्व अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से निंलबित कर दिया है। जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें मोगा जिले के बाघापुराणा के तहसीलदार गुरमुख सिंह और नायब तहसीलदार भीमसेन, स्मालसर के नायब तहसीलदार अमरजीत सिंह,धर्मकोट के नायब तहसीलदार रमेश ढींगरा, बधनी कलां के नायब तहसीलदार हमीश कुमार, निहाल सिंह वाला के नायब तहसीलदार सुखविंदर सिंह , फिरोजपुर जिले के ब्लॉक गुरु हरसहाय के तहसीलदार रजिंदर सिंह, फिरोजपुर के तहसीलदार जगतार सिंह।

जिला मुक्तसर साहिब के मलोट ब्लॉक के जितेंद्र पाल सिंह ,श्री मुक्तसर साहिब के तहसीलदार रंजीत सिंह खैहरा, बरिवाला के तहसीलदार परमिंदर सिंह,गिदड़बाहा के तहसीलदार कंवलदीप सिंह बराड़, गिदड़ाबाहा की नायब तहसीलदार अमृता अग्रवाल, दोदा के तहसीलदार के नायब बलविंदर सिंह शामिल हैं।