चंडीगढ़. पंजाब विधानसभा में बाढ़ के मुद्दे पर बुलाए गए विशेष सत्र के पहले दिन करीब छह घंटे तक चर्चा हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विपक्ष के हर आरोप का जवाब दिया और केंद्र सरकार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, और हरियाणा सरकार पर तीखा हमला बोला। सत्र को सोमवार, 29 सितंबर की सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
अपने भाषण की शुरुआत में भगवंत मान ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “जितनी बुद्धि होती है, उतनी ही बात करते हैं। ये लोग आपदा में भी अवसर तलाशते हैं और मुझे गालियां देते रहते हैं।” उन्होंने विपक्ष पर बाढ़ जैसे संकट में भी राजनीति करने का आरोप लगाया।

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, “राहुल गांधी को Z-प्लस सुरक्षा दी गई है। रावी नदी तेजी से बह रही थी। अगर वे बह गए होते, तो ये लोग कहते कि राहुल गांधी को पाकिस्तान भेज दिया गया।” इस बयान से सदन में हल्की हंसी भी छा गई।

मान ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने 1,600 करोड़ रुपये की राहत राशि का ऐलान किया, लेकिन 2,305 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। अगर इसे बांटा जाए, तो हर गांव को 80 लाख रुपये भी नहीं मिलेंगे। नुकसान की भरपाई कैसे होगी?” उन्होंने केंद्र सरकार पर 25 साल में राज्य आपदा कोष में केवल 6,900 करोड़ रुपये देने का आरोप लगाया और कहा कि बाकी फंड पंजाब सरकार ने दिए। उन्होंने केंद्र पर फंड हेराफेरी का इल्जाम लगाने वालों को भी आड़े हाथों लिया।


मान ने केंद्रीय मंत्रियों पर तंज कसते हुए कहा, “दिल्ली से आए, पजामे ऊपर चढ़ाए, फोटो खिंचवाए और चले गए।” उन्होंने केंद्र सरकार पर बाढ़ प्रभावितों की मदद में गंभीरता न दिखाने का आरोप लगाया। बाढ़ राहत फंड के दुरुपयोग के आरोपों पर मान ने कहा, “CSR फंड मुख्यमंत्री राहत कोष के जरिए नहीं भेजे जा सकते। सांसद केवल 20 लाख रुपये का योगदान दे सकते हैं। हमने जो सोसाइटी बनाई है, वह वित्त मंत्रालय के अधीन है और हम इसकी निगरानी खुद करेंगे।”