चंडीगढ़ : पंजाब कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसमें राज्य के हित में कई बड़े फैसले लिए गए। बैठक के बाद वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने इन निर्णयों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य के लिए खुशखबरी यह है कि 3600 शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी, जो विशेष जरूरतों वाले बच्चों को पढ़ाएंगे। यह योजना 2021 में चन्नी सरकार द्वारा मंजूरी दी गई थी।

वित्त मंत्री ने बताया कि कैबिनेट ने सीजीसी और रियात बाहरा को विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मंजूरी दी है। इसके अलावा, दो विभागों की वार्षिक रिपोर्टें पास की गईं, जिसमें हाल ही में बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) का मुद्दा गर्माया था।

हरियाणा, राजस्थान और केंद्र सरकार पंजाब के पानी पर दावा कर रहे थे। 21 अक्टूबर 2021 को कांग्रेस सरकार के दौरान सीएसएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) को सुरक्षा नियंत्रण सौंपने की सहमति दी गई थी, लेकिन आज की बैठक में इस सहमति को वापस ले लिया गया। अब सत्र में एक विशेष प्रस्ताव लाया जाएगा, और सुरक्षा की जिम्मेदारी पंजाब पुलिस संभालेगी।शिक्षा मंत्री ने कहा कि पंजाब के शिक्षा विभाग ने उल्लेखनीय काम किया है।


3600 विशेष शिक्षकों की भर्ती होगी, जो विशेष जरूरतों वाले बच्चों को पढ़ाएंगे ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। कुछ शिक्षकों को अस्थायी ठेके पर रखा गया था, जिनके मामले पर भी विचार किया जाएगा। इसके साथ ही, किला रायपुर के खेलों में प्रसिद्ध बैलगाड़ी दौड़ को फिर से शुरू करने की योजना है। सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद इस पर गहन अध्ययन और एक्ट पास करने के बाद बैलों की दौड़ फिर शुरू होगी, जो मनोरंजन का हिस्सा रही है।