चंडीगढ़। पंजाब सरकार को प्रदेश के किसानों के स्वास्थ्य की परवाह है. यही वजह है कि अमरिंदर सरकार ने 8.50 लाख किसानों को ‘आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना’ में शामिल करने का फैसला लिया है. इससे ‘जे’ फॉर्म और ‘गन्ना तौल पर्ची’ वाले सभी किसान इस सेहत स्कीम के लिए योग्य माने जाएंगे.

किसानों को इस स्कीम के लिए अप्लाई करने के लिए पहले की तरह दस्तावेज़ जमा करवाने के लिए मार्केट कमेटी के दफ़्तर जाने की ज़रूरत नहीं होगी. इस सुविधा के लिए इच्छुक किसान मंडी बोर्ड के पोर्टल https://emandikaran-pb.in पर सम्बन्धित दस्तावेज़ अपलोड करके आसानी से अप्लाई कर सकते हैं.

पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल सिंह ने बताया कि सभी किसानों की समूची बीमा राशि का भुगतान मंडी बोर्ड द्वारा अदा किया जाएगा और यह किसान पांच लाख रुपए तक नकदी रहित इलाज करवा सकेंगे. उन्होंने आगे बताया कि इन सभी किसानों और उनके परिवारों को 20 अगस्त, 2021 से सेहत सुविधाओं का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा.

चेयरमैन ने आगे बताया कि बीते वर्ष 5.01 लाख किसानों को ‘जे’ फॉर्म और ‘गन्ना तौल पर्ची’ के आधार पर सेहत बीमा स्कीम अधीन लाया गया था। इस बार किसानों की संख्या लगभग 8.5 लाख है जिनमें 7.91 लाख किसान ‘जे’ फॉर्म के साथ मंडी बोर्ड के पास रजिस्टर्ड हैं, जबकि 55000 गन्ना उत्पादक हैं।

लाल सिंह ने बताया कि बीते वर्ष ‘सरबत सेहत बीमा योजना’ अधीन रजिस्टर्ड 5.01 लाख किसानों को पोर्टल पर फिर से अप्लाई करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि उनको पहले दस्तावेज़ों के आधार पर अगले वर्ष के लिए सेहत सुविधाओं का लाभ मिलेगा. वहीं 1 अक्तूबर, 2020 के बाद ‘जे’ फॉर्म और ‘गन्ना तौल पर्ची’ के तौर पर रजिस्टर्ड हुए 3.5 लाख किसान और गन्ना उत्पादक को अप्लाई करना होगा.

मंडी बोर्ड के सचिव रवि भगत ने बताया कि योग्य किसान बोर्ड के पोर्टल पर अप्लाई कर सकते हैं, जिससे वह इस वर्ष 20 अगस्त से सूचीबद्ध अस्पतालों से नकदी रहित इलाज की सुविधाओं का लाभ लेने के हकदार बन सकें. उन्होंने आगे बताया कि परिवार के मुखिया के अलावा पति/पत्नी, पिता/माता, अविवाहित बच्चे, तलाकशुदा बेटी और उसके नाबालिग बच्चे, विधवा बहु और उसके नाबालिग बच्चे इस स्कीम अधीन योग्य माने जाएंगे.

इस स्कीम बारे अन्य किसी भी तरह की जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 104 या मंडी बोर्ड की वैबसाईट www.mandiboard.nic.in से हासिल की जा सकती है.

इस किसान सेहत बीमा स्कीम अधीन इलाज के लिए 642 सूचीबद्ध प्राईवेट अस्पतालों और 208 सरकारी अस्पतालों तक पहुँच कर सकते हैं, जहाँ इनको दिल का ऑपरेशन, कैंसर का इलाज, जोड़ बदलवाने और दुर्घटना के मामलों जैसे बड़े सर्जीकल इलाज समेत 1579 बीमारियों के लिए पाँच लाख रुपए तक के नकदी रहित इलाज की सुविधा हासिल होगी.