चंडीगढ़। अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं. तारीखों की घोषणा से पहले पंजाब सरकार ने चुनावी पिटारा खोल दिया है. बिजली बिल माफी के बाद अब सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने शहरों में सीवरेज-पानी बिल के बकाया माफ कर दिए हैं. मुख्यमंत्री चन्नी की घोषणा के बाद इसका आदेश जारी कर दिया गया. इसके मुताबिक पंजाब में 125 वर्ग गज तक बिल पूरी तरह माफ रहेगा. इससे ऊपर की सभी कैटेगरी के लिए बिल 50 रुपए प्रति महीना फिक्स कर दिया गया है.

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इसके अलावा घरों के सीवरेज और पानी बिल के बकाया पूरी तरह माफ कर दिए गए हैं. इनमें मूल रकम के साथ ब्याज और जुर्माना भी नहीं देना होगा. शहरी क्षेत्रों में वॉटर सप्लाई के बकाया बिजली बिल पंजाब सरकार सीधे पावरकॉम (PSPCL) को देगी. यह आदेश 21 अक्टूबर से पहले के बकाया बिलों पर लागू होगा.

 

निगमों और कौंसिलों की कमाई को झटका

पंजाब सरकार के फैसले से नगर निगम और नगर कौंसिलों की कमाई को चूना लगा है. उन्हें इससे करोड़ों का नुकसान होगा. पहले 125 वर्ग गज से ऊपर 100 रुपए बिल लिया जाता था. निगम तैयारी में थे कि बड़े घरों में वॉटर मीटर लगाकर कमाई बढ़ेगी, लेकिन इस पर पानी फिर गया. इसके अलावा बकाया रिकवरी कर आर्थिक हालत सुधरेंगे, लेकिन अब उससे भी हाथ धोना पड़ गया है.

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गौरतलब है कि इससे पहले सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब में बिजली बिल माफी की सौगात दे चुके हैं. पंजाब में 2 किलोवॉट तक के कनेक्शन वालों को यह राहत दी गई. इसमें करीब 53 लाख परिवार आते हैं. इनका 1200 करोड़ का बिजली बिल माफ हुआ है. इसके अलावा लाभार्थी कैटेगरी के उपभोक्ताओं के लिए बिजली की मुफ्त यूनिट भी 200 से बढ़ाकर 300 कर दी गई है. चन्नी सरकार ने एक लाख उन उपभोक्ताओं के कनेक्शन फ्री में जोड़ने का फैसला किया, जिन्हें बकाया बिल की वजह से काटा गया था.