पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने अपनी पत्नी अनीता कटारिया के साथ शुक्रवार को तरनतारन में स्थित गुरुद्वारा श्री बाउली साहिब में मत्था टेका।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी एवं कुछ पदाधिकारियों और सदस्यों ने गुरुद्वारे में राज्यपाल को सम्मानित किया।
राज्यपाल गुरुद्वारा श्री बाउली साहिब में लगभग एक घंटे तक रुके और इस दौरान उन्होंने ‘लंगर’ व्यवस्था का जायजा लिया।
कटारिया ने कहा कि अगर आज देश की धार्मिक संस्कृति, परंपराएं और संस्कार सुरक्षित हैं तो इसका श्रेय सिख गुरुओं को जाता है।

उन्होंने कहा कि देश की धार्मिक संस्कृति को बचाने के लिए सिख गुरुओं द्वारा दिया गया योगदान और बलिदान इतिहास में अमर है।
- शराबबंदी पर दोहरी कार्रवाई के आरोप से गरमाई बिहार की राजनीति, संतोष सुमन का बड़ा बयान
- ‘हमने अपनी धरती को बांग्लादेश के खिलाफ…’, यूनुस सरकार ने शेख हसीना पर लगाया भारत में रहकर कार्यकर्ताओं को भड़काने का आरोप, भारत ने दिया जवाब
- PRSI 47th Annual National Conference : सुशासन की सफलता प्रभावी, पारदर्शी और संवेदनशील संचार पर निर्भर करती है- बंशीधर तिवारी
- विधानसभा शीतकालीन सत्र : छत्तीसगढ़ अंजोर 2047 पर विस्तृत चर्चा, वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने प्रदेश के दीर्घकालिक विकास विज़न का रखा स्पष्ट रोडमैप
- Rajasthan News: सेशन न्यायाधीश के आदेश को बताया क्षेत्राधिकार से परे, हाईकोर्ट ने जताई आपत्ति, चीफ जस्टिस के संज्ञान में लाने के निर्देश



