Punjab Heavy Rain Alert: लुधियाना. पंजाब में हालात एक बार फिर बिगड़ सकते हैं. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी है, वहीं कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि के साथ तेज हवाएं चलने की भी संभावना जताई गई है. इस स्थिति को देखते हुए एक बार फिर पंजाब में बारिश का कहर देखने को मिल सकता है.
लोगों की चिंता बढ़ने के साथ-साथ प्रशासन भी अब सक्रिय नजर आ रहा है. बांधों की स्थिति का जायजा लेते हुए वहां से पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे आसपास के गांवों में जलभराव की स्थिति बन सकती है.
Also Read This: पूर्व सरपंच के बेटे सुखविंदर सिंह कलकत्ता की गोली मारकर हत्या, व्यक्तिगत दुश्मनी बना मौत का करण

तीन दिन का भारी वर्षा अलर्ट (Punjab Heavy Rain Alert)
मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण रविवार से पंजाब में तीन दिनों के लिए भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया है. 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और कुछ इलाकों में ओलावृष्टि की संभावना है. अमृतसर समेत पंजाब के अन्य जिलों में भी बारिश के आसार बनते नजर आ रहे हैं.
Also Read This: IAS राजेश प्रसाद चंडीगढ़ के नए मुख्य सचिव नियुक्त
लोगों से सतर्क रहने की अपील (Punjab Heavy Rain Alert)
हालात को देखते हुए बांध से पानी छोड़ा जा सकता है. भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) ने हिमाचल प्रदेश और जम्मू में भारी वर्षा के अलर्ट को ध्यान में रखते हुए बांधों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रावी और ब्यास दरिया में पानी छोड़ना शुरू कर दिया है.
वर्षा और बांधों से छोड़े जा रहे पानी के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है. जानकारी के अनुसार, आरएसडी से 33,000 और पौंग बांध से 7,422 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. पठानकोट के शाहपुरकंडी स्थित रणजीत सागर बांध (आरएसडी) से दो दिनों से 36,000 क्यूसेक पानी रावी दरिया में छोड़ा जा रहा था. शनिवार को यहां से 33,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जिसका कारण कैचमेंट क्षेत्र में वर्षा का न होना बताया गया है.
होशियारपुर के तलवाड़ा स्थित पौंग बांध से बीबीएमबी ने शनिवार को 50,000 क्यूसेक पानी ब्यास में छोड़ने की घोषणा की थी, लेकिन वास्तव में 7,422 क्यूसेक ही छोड़ा गया.
Also Read This: पंजाब : एक बार फिर बाढ़ जैसी स्थिति, पौंग डैम के फ्लड गेट खोले गए, ब्यास नदी में 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें