Punjab land will increase by 20% : पंजाब सरकार ने कलेक्टर रेट में बढ़ोतरी के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं. विशेष मुख्य सचिव राजस्व, केएपी सिन्हा ने राज्य के सभी जिला उपायुक्तों (कलेक्टर्स) को निर्देश जारी कर कलेक्टर रेट को संशोधित कर नई अधिसूचना जारी करने के लिए कहा है.

राजस्व विभाग ने राज्य में रिहायशी, औद्योगिक, व्यावसायिक और कृषि भूमि के कलेक्टर रेट में 5 से 20 प्रतिशत तक की वृद्धि करने का सुझाव दिया है. यह वृद्धि जमीन की मौजूदा स्थिति और बाजार दरों के आधार पर की जाएगी. सरकार का उद्देश्य इस वृद्धि से प्रॉपर्टी लेनदेन के माध्यम से 1500 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व जुटाना है. हर जिले में, प्रॉपर्टी की लोकेशन और अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर रेट में 5 से 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की जाएगी.

पटियाला जिले ने 22 जुलाई को ही कलेक्टर रेट में वृद्धि कर दी थी, जबकि अन्य जिलों को भी इस संबंध में निर्देश दिए गए हैं. राजस्व विभाग के अधिकारियों की इस विषय पर एक बैठक भी हो चुकी है और इसके लिए पूरी रणनीति तैयार की गई है.

औद्योगिक प्रॉपर्टी के रेट भी संशोधित किए जाएंगे (Punjab land will increase by 20%)

पंजाब में उद्योगों का पलायन हो रहा है, लेकिन सरकार ने औद्योगिक और व्यावसायिक क्षेत्रों को भी कलेक्टर रेट के दायरे में शामिल करने का निर्णय लिया है. इसके तहत लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, बठिंडा और पटियाला जैसे शहरों में औद्योगिक और व्यावसायिक प्रॉपर्टी के कलेक्टर रेट में 5 से 10 प्रतिशत तक की वृद्धि की जाएगी. इस निर्णय से औद्योगिक क्षेत्र में प्लॉट खरीदना महंगा हो सकता है.

पटियाला में कलेक्टर रेट की इस प्रकार हुई वृद्धि

पटियाला जिले में विभिन्न क्षेत्रों में कलेक्टर रेट में अलग-अलग वृद्धि हुई है. कुछ क्षेत्रों में यह वृद्धि 100 प्रतिशत तक पहुंच गई है. उदाहरण के लिए, लेहल में कृषि भूमि का कलेक्टर रेट 70 लाख से बढ़कर 1.50 लाख प्रति एकड़ हो गया है. इसी तरह, धालीवाल कॉलोनी में यह दर 56,680 रुपये प्रति वर्ग गज से बढ़कर 1.12 लाख रुपये प्रति वर्ग गज हो गई है. रिहायशी क्षेत्रों में वृद्धि अपेक्षाकृत कम रही है, जैसे न्यू लाल बाग कॉलोनी में रेट 14,300 रुपये प्रति वर्ग गज से बढ़कर 16,000 रुपये प्रति वर्ग गज हो गया है.