Punjab News: चंडीगढ़. पंजाब सरकार की मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा स्कीम पर ब्रेक लग गई है. भारतीय रेलवे ने पंजाब को ट्रेनें देने से इनकार कर दिया है. रेलवे का कहना है कि उनके पास अभी ट्रेन उपलब्ध नहीं हैं. रेलवे के जवाब से पंजाब सरकार की राज्य के लोगों के धार्मिक यात्रा करवाने की योजना रूक गई है.

रेलवे की तरफ से दिए गए जवाब के बाद आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि केंद्र आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मालविंदर कंग ने कहा केंद्र का एंटी पंजाब रवैया एक बार फिर सामने आ गया है. केंद्र सरकार पंजाब के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया अपना रही है.

रेलवे ने आने वाले डेढ़ महीने तक यात्रा के लिए ट्रेन मुहैया करवाने में असमर्थता जताई है. रेलवे के एक अधिकारी ने जुबानी तौर पर इस बारे में पंजाब सरकार को सूचना दी है. उनकी तरफ से कहा गया है कि फरवरी के शुरुआत तक वह ट्रेन मुहैया नहीं करवा पाएंगे. हालांकि राज्य सरकार रेलवे से ट्रेन हासिल करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है. मामले में एक और पत्र रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को लिखा है. साथ ही इस दिशा में उचित कदम उठाने की अपील की है.

दूसरी तरफ स्कीम के तहत रूटों पर बसों की संख्या बढ़ा दी है. अब रोजाना पड़ोसी राज्यों में जाने वाली बसों की संख्या 10 रहेगी. पंजाब सरकार द्वारा 27 नवंबर को श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व के मौके पर मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना की शुरुआत की थी.

पंजाब सरकार ने 27 नवंबर को शुरू की थी योजना

पंजाब सरकार ने अगले साल 31 मार्च तक यात्रियों को दूसरे राज्यों के धार्मिक स्थलों तक ले जाने के लिए 13 ट्रेनें उपलब्ध कराने के लिए नवंबर में आईआरसीटीसी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे. विशेष ट्रेनों के किराये के रूप में सरकार द्वारा 1.34 करोड़ रुपए की राशि भी रेलवे को जमा की गई थी.