लुधियाना। एमएसपी सहित अन्य मांगों को लेकर केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए 14 मार्च को दिल्ली में प्रस्तावित ‘किसान महापंचायत’ में 400 से अधिक किसान संघ भाग लेंगे. इसकी जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने दी है. एसकेएम ने कहा कि उसने संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) को एक प्रस्ताव भेजा है. इसमें सभी किसान संघों और संगठनों के बीच मुद्दा-आधारित एकता की अपील की गई है. Raed More – किसान आंदोलन : घायल प्रीतपाल को लेकर हुए कई खुलासे, चेहरे पर 5 फ्रैक्चर

इस बीच किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी रखेंगे. एसकेएम ने 2020-21 में केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया था. यह एमएसपी की कानूनी गांरटी, कृषि ऋण माफ करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन का भी नेतृत्व कर रहा है. एसकेएम में शामिल 37 किसान संघों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में अपनी प्रस्तावित ‘महापंचायत’ को लेकर शनिवार को एक बैठक की.

भारती किसान यूनियन (लखोवाल) के महासचिव हरिवर सिंह लखोवाल ने कहा कि किसान अपनी मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि संघर्ष जारी रखते हुए यह निर्णय लिया गया कि 14 मार्च को राष्ट्रीय राजधानी में एक ‘महापंचायत’ आयोजित की जाएगी. किसान नेताओं ने कहा कि देशभर से 400 से अधिक किसान संघ ‘महापंचायत’ में हिस्सा लेंगे.