Punjab News: जालंधर. गन्ने का समर्थन मूल्य 380 – रुपए से बढ़ाकर 450 रुपए प्रति क्विंटल करने और चीनी मिलों को चालू करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने मंगलवार को यहां धानोवाली गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग के जालंधर-फगवाड़ा खंड पर अनिश्चितकालीन धरना शुरु कर दिया.

यहां जुटे हजारों किसानों ने तंबू गाड़कर जालंधर और लुधियाना तथा जालंधर और नवांशहर के बीच सभी वाहनों की आवाजाही रोक दी. धरने के दोनों ओर बसों में यात्रा कर रहे सैकड़ों यात्रियों को बसें पकड़ने के लिए कई किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा. केवल राजमार्ग के किनारे सर्विस लेन आंशिक रुप से पारगमन के लिए उपलब्ध थीं.

दोआबा किसान संघर्ष कमेटी से जुड़े किसानों ने जालंधर कैंट स्टेशन के पास धन्नोवाली रेलवे फाटक के पास राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. समिति के अध्यक्ष बलविंदर सिंह मल्ही नंगल ने कहा कि इस समय गन्ने की फसल पककर तैयार है, लेकिन राज्य सरकार ने न तो किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान किया है और न ही सरकार अभी तक चीनी मिलें चालू करने का नाम ले रही हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पहले 25 से 26 अक्तूबर तक चीनी मिलें चालू हो जाती थी लेकिन अब 21 नवंबर होने के बावजूद सरकार ने चीनी मिलें नहीं चलाई. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री पंजाब गुरमीत सिंह खुड्डियां ने उन्हें आश्वासन दिया था कि 16 नवंबर तक चीनी मिलों का काम शुरु कर दिया जाएगा, लेकिन इसके बावजूद राज्य सरकार ने अभी तक चीनी मिलों का काम शुरु नहीं किया है.

साथ ही सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अब भी कोई कार्रवाई नहीं की तो यह धरना-प्रदर्शन अनिश्चितकाल तक जारी रहेगा और दोपहर में रेलवे लाइनों पर धरना देकर रेल यातायात भी ठप कर दिया जाएगा.