अमृतसर. भारत में 2023-24 के दौरान प्रति व्यक्ति दूध की औसत उपलब्धता 1,471 ग्राम प्रति दिन रही, जो 2013-14 की तुलना में 53% अधिक है. पंजाब और राजस्थान में दूध की उपलब्धता सबसे अधिक रही, जबकि कुछ राज्यों में गिरावट देखी गई.
देश में करोड़ों लोग अभी भी कुपोषण के शिकार हैं. कुपोषण को दूर करने के लिए डॉक्टर आहार में दूध और अन्य पोषक तत्वों को शामिल करने की सलाह देते हैं. राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 के दौरान देश में प्रति व्यक्ति औसतन 1,471 ग्राम दूध उपलब्ध था, जो 2022 की तुलना में 3% अधिक है. 2013-14 की तुलना में यह वृद्धि लगभग 53% है.

दूध की उपलब्धता में पंजाब शीर्ष पर

रिपोर्ट के अनुसार, दूध की उपलब्धता में पंजाब पहले स्थान पर है, जहां प्रति व्यक्ति औसतन 1,245 ग्राम दूध उपलब्ध है. हालांकि, 2022-23 की तुलना में पंजाब में दूध की उपलब्धता में 3% की कमी आई है. 2013-14 के मुकाबले पंजाब में यह 27% बढ़ी है, जब यह 980 ग्राम थी.

राजस्थान और अन्य राज्य

राजस्थान दूसरे स्थान पर है, जहां प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 1,171 ग्राम प्रति दिन है. 2013-14 की तुलना में यह 105% बढ़ी है. इसके बाद हरियाणा तीसरे स्थान पर है, जहां प्रति व्यक्ति 1,105 ग्राम दूध मिलता है. हरियाणा में 2022-23 की तुलना में 38% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है.

आंध्र प्रदेश चौथे और गुजरात पांचवें स्थान पर हैं. आंध्र प्रदेश में प्रति व्यक्ति औसतन 719 ग्राम दूध उपलब्ध है, जबकि गुजरात में यह आंकड़ा 700 ग्राम है. गुजरात में पिछले साल की तुलना में 5% और 2013-14 की तुलना में 38% वृद्धि हुई है.

अन्य राज्यों का हाल

मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्यों में दूध की उपलब्धता अलग-अलग रही.
• मध्य प्रदेश: 673 ग्राम प्रति व्यक्ति
• हिमाचल प्रदेश: 640 ग्राम
• जम्मू-कश्मीर: 577 ग्राम
• कर्नाटक: 543 ग्राम
• उत्तर प्रदेश: 450 ग्राम
• उत्तराखंड: 446 ग्राम

दिल्ली और पूर्वोत्तर राज्यों में गिरावट

दिल्ली और कुछ अन्य राज्यों में दूध की उपलब्धता में गिरावट देखी गई.
• दिल्ली में 2022-23 की तुलना में 3% की कमी आई, जिससे यहां प्रति व्यक्ति उपलब्धता 62 ग्राम रह गई.
• अरुणाचल प्रदेश में यह 57% घटकर 35 ग्राम हो गई.
• मणिपुर में यह 62 ग्राम से घटकर 54 ग्राम हो गई.