रायपुर- एक्सप्रेस-वे के घटिया निर्माण के मामले में पीडब्ल्यूडी सेक्रेटरी सिद्धार्थ कोमल परदेसी ने कंसलटेंट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. उन्होंने दो टूक कहा है कि तत्काल कार्रवाई की जाए. एक्सप्रेस वे की खराब गुणवत्ता को लेकर पीडब्ल्यूडी सेक्रेटरी ने गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए सुधार के लिए नई कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा है कि नए सिरे से डिजाइन तैयार कर उसे एप्रुव कराया जाए.

भूपेश सरकार ने आईएएस अधिकारियों के हालिया फेरबदल में सिद्धार्थ कोमल परदेसी को पीडब्ल्यूडी सेक्रेटरी का जिम्मा सौंपा गया था. जिम्मेदारी संभालते ही उन्होंने उन प्रोजेक्ट पर रूचि दिखाई है, जो सरकार की प्राथमिकता में शामिल हैं. इस बीच सेक्रेटरी सिद्धार्थ कोमल परदेसी ने आज एक्सप्रेस वे का जायजा लिया. उन खामियों से वाकिफ हुए, जिनकी वजह से पूरे प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो पा रहा है. एक्सप्रेस वे की कंसलटेंसी में खामी की जानकारी उन्हें दी गई, इस पर उन्होंने नाराजगी जताई और कंसलटेंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए. परदेसी ने विभागीय अधिकारियों से कहा है कि एक्सप्रेस वे में बनाए गए ब्रिज की आरई वाल की डिजाइन एनआईटी से तैयार करवाई जाए. बता दें कि आरई वाल धसक जाने की वजह से निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाया गया है.

एक्सप्रेस वे के घटिया निर्माण को लेकर शासन ने जांच कमेटी का भी गठन किया था. जांच में कई खामियां पाई गई थी. हाल ही में जांच रिपोर्ट शासन के पास भेजी जा चुकी है. इस रिपोर्ट में जिम्मेदारों के खिलाफ उचित कार्रवाई किए जाने की सिफारिश की गई है. बताया जा रहा है कि सड़क विकास निगम इस रिपोर्ट का अध्ययन करेगी. निगम की अनुशंसा के बाद कार्रवाई तय की जाएगी. करीब 300 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे एक्सप्रेस वे में तेलीबांधा ब्रिज का हिस्सा 11 अगस्त 2019 को धसक गया था. इसके बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री ने मुख्य तकनीकी परीक्षक को जांच का जिम्मा सौंपा था. एनआईटी के एक्सपर्ट ने इसकी जांच की थी.

मुख्यमंत्री-मंत्री और अधिकारियों के बंगलों का भी लिया जायजा

पीडब्ल्यूडी सेक्रेटरी सिद्धार्थ कोमल परदेसी ने नया रायपुर के सेक्टर 24 में बनाए जा रहे मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारियों के लिए बनाए जा रहे सरकारी बंगलों के निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया है. उन्होंने निर्माण एजेंसी से दो टूक कहा है कि गुणवत्ता से किसी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा. सेक्रेटरी ने निर्माण कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिए हैं. बता दें कि मुख्य सचिव के नया रायपुर में शिफ्ट हो जाने के बाद से चर्चा है कि अब धीरे-धीरे दूसरे आला अधिकारी भी नया रायपुर में जल्द शिफ्ट होंगे.