संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। छत्तीसगढ़ में दूसरे राज्यों से आने वाले प्रवासी मजदूरों के लिए बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गए हैं. अव्यवस्थाओं की शिकायतों के बीच यहां रखे गए लोगों को कहीं अधपका दो कहीं खराब हो चुका खाना दिया जा रहा है. लोरमी के एक क्वारंटाइन सेंटर में सप्ताह भर से खराब और अधपका खाना दिये जाने से बुधवार को लोगों ने खाना खाने से इंकार कर दिया और उसे गेट के सामने ही फेंक दिया.

मामला लोरमी नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 7 में स्थित व्यापारी धर्मशाला को क्वारंटाईन सेंटर बनाया गया है. यहां प्रवासी श्रमिकों को पिछले 13 दिनों से रखा गया है. इन प्रवासी मजदूरों का आरोप है कि उन्हें दोनों टाइम जो खाना दिया जा रहा है, उसमें अधपका, कच्चा और खराब हो चुका खाना दिया जा रहा है. खास तौर पर रात को दिये जाने वाला खाना अक्सर ही खराब दिया जाता है जिससे दुर्गंध आती है.

इनका कहना है कि वे कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं लेकिन इसके बदले में इन्हें जवाब मिलता है कि खाना है तो खाओ नहीं तो मत खाओ, ऐसे ही रहो. इनका यह भी कहना है कि जब से वे यहां पर है तब से कोई भी बड़ा अधिकारी झांकने तक नहीं आया कि यहां कि व्यवस्थाएं कैसी हैं. इन मजदूरों ने आज भी मिला खराब खाने को गेट के सामने फेंक दिया और हंगामा करने लगे. लोगों की मांग है कि उन्हें अच्छा खाना दे नहीं तो सरकार सूखा अनाज ही दे दे, पका कर खा लेंगे.

मामले की जानकारी लगने के बाद लोरमी एसडीएम नवीन कुमार भगत मौके पर पहुंचे और प्रवासी मजदूरों का हाल जाना. उन्होंने आश्वासन दिया कि व्यवस्थाओं में सुधार किया जाएगा और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें गर्मी के मौसम में बासी और सड़ा खाना खाने से फूड प्वायजनिंग होने का खतरा भी बढ़ जाता है. जो कि सरकार के लिए और भी परेशानी का सबब बन सकता है.

गौरतलब है कि प्रदेश में अधिकतर जगहों में जर्जर भवनों को क्वारंटाइन सेंटर बना गया है, तो कहीं एक ही कमरे में दर्जन भर लोग को ठहराया जा रहा है, तो कहीं दर्जनों लोगों के बीच में महज एक शौचालय तो कहीं पानी-शौचलयों की उचित व्यवस्था नहीं. इन सबके बीच  में जहां न शौचालयों की व्यवस्था है तो कही पंखे नहीं है, तो कहीं सांप के काटने से मौतें हो रही है. वहीं सोशल मीडिया में पेपर में खाना परोसे जाने का भी मामला अभी थमा भी नहीं है कि लोरमी से सड़ा खाना दिये जाने की खबर आ रही है.