शब्बीर अहमद, भोपाल। मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को डॉ कैलाश नाथ काटजू अस्पताल का लोकापर्ण किया. इस अस्पताल को निजी संस्था को सौंपे जाने पर जनता के बीच सवाल भी उठने लगे हैं. जिस पर शिवराज सिंह ने मंच से ही सफाई दी. उन्होंने कहा कि संस्था केयर इंडिया से सरकार का पैसे का कोई लेना-देना नहीं है. न किसी को पैसा लेना है और न ही किसी को पैसा देना है. यह प्राइवेट नहीं स्वयंसेवी संस्था है.
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डॉ. कैलाश नाथ काटजू सिविल अस्पताल को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में विकसित किया. चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संकट का सामना जन-भागीदारी के आधार पर किया गया है. तीसरी लहर का सामना करने के लिए भी राज्य सरकार, जन-प्रतिनिधि और स्वयंसेवी संस्थाएं सभी साथ हैं. काटजू डेडिकेटड अस्पताल के उन्नयन में केयर इंडिया संस्थान का सहयोग रहा है. समाज के प्रति दायित्व और सेवा-भाव से संस्था द्वारा अस्पताल का संचालन किया जायेगा. राज्य शासन की ओर से संस्थान को किसी प्रकार का भुगतान नहीं किया जायेगा. अन्य स्थानों पर भी स्वयंसेवी और निजी संस्थाओं से इस प्रकार का सहयोग प्राप्त हो रहा है.
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बता दें कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने काटजू सिविल अस्पताल के 200 बिस्तरीय डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में लोकार्पण किया. डेडिकेटेड अस्पताल में कुल 200 बिस्तरों में से 50 बिस्तर पर सुसज्जित गहन चिकित्सा इकाई (आई.सी.यू.) संचालित की जायेंगी. इसमें वेन्टीलेटर, सक्शन, ऑक्सीजन, औषधि, समस्त आवश्यक उपकरण, जाँच की सुविधा और विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा उपचार की सुविधा 24X7 उपलब्ध रहेगी. सेंटर में 150 बिस्तरीय ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड्स की व्यवस्था भी है.
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