रविंद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली. लालगंज क्षेत्र में स्थित आधुनिक रेल कोच फैक्ट्री (मॉडर्न कोच फैक्ट्री – MCF) में 18 दिसंबर 2025 को एक दर्दनाक औद्योगिक हादसा हुआ. फैक्ट्री के स्टोर यार्ड में काम के दौरान क्रेन की चेन अचानक टूट गई, जिससे 8-8 टन वजनी भारी फ्रेम नीचे गिर पड़ा. इस हादसे में नीचे खड़े कॉन्ट्रैक्टर डीसीएम ड्राइवर दीपू यादव (25 वर्ष) पुत्र रामधनी यादव गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें फौरन फैक्ट्री के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

दीपू यादव गुरबक्शगंज थाना क्षेत्र के दुर्जन का पुरवा (मजरे सुल्तानपुर खेड़ा) के निवासी थे. वे पिछले पांच वर्षों से शक्ति ट्रैवल्स नामक ठेकेदार कंपनी के माध्यम से फैक्ट्री में ड्राइवर के पद पर कार्यरत थे. दीपू परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी संभालते थे और घर का इकलौता कमाऊ सदस्य थे. उनकी अचानक मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. पिता रामधनी यादव, मां रामश्री और छोटे भाई अभिषेक का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने गुस्से और दुख में छोटे भाई को नौकरी और परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजे की मांग की है. हादसे के समय स्टोर यार्ड में ट्रक से भारी फ्रेम उतारे जा रहे थे. क्रेन की चेन टूटने से फ्रेम सीधे दीपू पर गिरा, जिससे वे बुरी तरह दब गए. साथी मजदूरों ने तुरंत उन्हें बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

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मॉडर्न कोच फैक्ट्री भारतीय रेल की प्रमुख उत्पादन इकाइयों में से एक है, जो वंदे भारत और तेजस जैसी आधुनिक ट्रेनों के कोच बनाती है. हाल ही में यहां 15,000वें कोच का उत्पादन हुआ था. लेकिन ठेकेदारी प्रणाली और सुरक्षा मानकों की कमी बार-बार सवालों के घेरे में आती रही है. औद्योगिक क्रेन हादसे अक्सर रखरखाव की कमी, पुरानी मशीनरी या प्रशिक्षण की कमी से होते हैं. इस हादसे ने फिर से फैक्ट्री में ठेका मजदूरों की सुरक्षा पर उंगली उठाई है. कई ठेका कर्मी बिना पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों और प्रशिक्षण के खतरनाक काम करते हैं. लालगंज कोतवाली पुलिस ने बताया कि दुर्घटना में दीपू यादव की मौत हुई है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है. फैक्ट्री प्रशासन से भी रिपोर्ट मांगी गई है.