रायपुर. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका में अबकी बार ट्रंप सरकार के ज़रिए वोट मांगने को लेकर तीखा हमला बोला है. राहुल गांधी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी को बुनियादी चीजों की समझ नहीं है. राहुल गांधी ने कहा कि मसला ट्रंप या बाइडन का नहीं था. भारत के प्रधानमंत्री के नाते अबकी बार ट्रंप की सरकार नहीं बोलना चाहिए. क्योंकि ऐसा बोलकर आप अमेरिका की जनता की बेज्जती कर रहे हैं. ये उनकी पसंद का मामला है, आपकी नहीं. ये  बुनियादी चीजों की समझ न होना है.

उन्होंने विपक्ष के कमज़ोर नेतृत्व के सवाल पर कहा कि जो संघर्ष आता है वो जनता से आता है. विपक्ष का काम उस काम को हाइलाइट करना है जो जनता के साथ हो रहा है. राहुल गांधी ने कहा कि वे लोग संघर्ष कर रहे हैं क्योंकि उनके पास ट्रांसमिशन का कंट्रोल नहीं है. प्रेस का कंट्रोल नहीं है. उनके पास हज़ारों करोड़  करोड़ो रुपये नहीं है, जो मोदी के पास हैं.

राहुल गांधी ने कहा कि वे सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी नहीं कर सकते लेकिन उसकी सच्चाई सबको पता है. राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष जब लड़ता है तो इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क के साथ लड़ता है. विपक्ष को फ्री एंड फेयर मीडिया की ज़रुरत होती है. विपक्ष को संस्थानों की ज़रुरत होती है. विपक्ष को न्यायपालिका की ज़रुरत होती है. विपक्ष को संसद की ज़रुरत होती है. राहुल गांधी ने कहा कि वे लोग सोशल मीडिया पर हज़ारों करोड़ खर्च नहीं कर सकते है.

सरकार ने  हर संस्थान को अपने कब्जे में कर रखा है. कोर्ट को इन्होंने नियंत्रण में रखा है. मीडिया को ये कंट्रोल करते हैं. उन्होंने कहा कि ये अंग्रेजी राज की तरह है जब कहा जाता था कि अगर ब्राउन चमड़ी है तो बोल नहीं सकते . ये उसी तरह देश को चला रहे हैं. बोल नहीं सकते. बोलोगे तो मारेंगे. तो डर का माहौल है. राहुल गांधी लड़ रहा है आप कहते हैं. आपको जो रियेलिटी दिख रही है उसे बोल नहीं पाते. जो रियालिटी है. उससे लड़ेगे.

राहुल गांधी ने कहा कि देश को आगे बढ़ाने का जो विज़न 90 में था वो ढह चुका है. 90 में जो काम कर रहा था वो अब काम नहीं कर रहा है. भारत को नए विज़न और इमेजिनेशन की ज़रुरत है.

राहुल गांधी ने कहा कि देश में जो नानसेंस चल रहा है उसे भारत में करोड़ों लोग स्वीकार नहीं कर रहे हैं. वे समझ रहे हैं कि एक बड़ी नाकामी जगह बना रही है. हम पहले से प्रतिष्ठित अर्थव्यवस्था को ढोने का काम कर रहे हैं. जिसकी जगहंसाई हो रही है. उन्होंने कहा कि किसान कोर्ट के बाहर बैठे हैं.  क्यों नरेंद्र मोदी को लगता है कि ये गर्व का विषय है. ये तो शर्म का विषय है. इससे दुनिया भर में भारत की छवि खऱाब हो रही है जिसे कांग्रेस ने आहिस्ता आहिस्ता बनाया था.