रायपुर. कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान तीखुर शेक का आनंद लिया. ये वहीं शेक है जो कुछ दिनों में दुबई एक्सपोर्ट होने वाला है. ये बस्तर के कोंडागांव में महिला समूह द्वारा निर्मित है. इतना ही नहीं उन्होंने मिट्टी का दीया भी अपने हाथों से बनाया.
इसके अलावा सांसद राहुल गांधी ने विकास प्रदर्शनी में कांकेर वैली सीताफल परियोजना का अवलोकन किया. उन्होंने कांकेर जिले में सीताफल से पल्प और आइसक्रीम बनाने की तकनीक की जानकारी ली. उन्होंने इसकी सराहना करते हुए कहा कि सीताफल को अच्छी आमदनी का जरिया बनाना प्रशंसनीय कार्य है. विकास प्रदर्शनी के स्टाल में श्री सतीश मिश्रा ने बताया कि जिले में इससे 5000 परिवारों को इससे रोजगार मिल रहा है. इन परिवारों को 62 लाख रुपये की आमदनी हुई है.
जाने क्या होता है तीखुर शेक
बता दें कि एयरपोर्ट पर सीएम भूपेश बघेल ने उनका स्वागत किया है. वहीं, एयरपोर्ट के बाहर कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ है. रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में उनका कार्यक्रम है. इसे लेकर छत्तीसगढ़ सरकार ने भव्य तैयारी की है. छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी ‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ (Rajiv Gandhi krishi Mazdoor Nyay Scheme) और ‘राजीव युवा मितान क्लब योजना’ का राहुल गांधी शुभारंभ करेंगे. साथ ही महात्मा गांधी की स्मृतियों को संजोने के लिए नवा रायपुर में स्थापित किए जाने वाले ‘सेवाग्राम’ और ‘छत्तीसगढ़ अमर जवान ज्योति’ (Chhattisgarh Amar Jawan Jyoti lay foundation) का भूमिपूजन करेंगे.
मा. @RahulGandhi जी ने कांकेर वैली सीताफल परियोजना का अवलोकन किया।
इस दौरान कांकेर जिले में सीताफल से पल्प और आइसक्रीम बनाने की तकनीक की सराहना करते हुए कहा कि सीताफल से आय होना एक अनूठी पहल है।
जिले में इससे 5000 परिवारों को रोजगार मिल रहा है। #RahulWithNYAY pic.twitter.com/onCbHZP3p7
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 3, 2022