शेख आलम,धरमजयगढ़। रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ के ग्राम पंचायत चंद्रशेखरपुर में ग्रामीण पिछले 5 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे है. इनके भूख हड़ताल की वजह पंचायत में भ्रष्टाचार और घोटाला है. ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत सचिव नीरज राठिया, सरपंच जिलाबाई राठिया और जनप्रतिनिधि मिलकर भ्रष्टाचार कर रहे है. इतना ही नहीं कुछ बोलने पर उसके साथ सौतेला व्यवहार करते हैं. अब धीरे-धीरे आंदोलनकारियों का यह मुद्दा पंचायत से जनपद और अब जिले में भी इसका बिगुल बजने लगा है.

ग्राम पंचायत चंद्रशेखरपुर में जल-नल, शौचालय निर्माण, सीसी रोड, नाली, गंदगी समेत कई समस्याएं हैं, जिस पर पिछले कई सालों से खुलकर भ्रष्टाचार हो रहा है. ग्रामीणों का कहना ग्राम की सचिव कुमारी नीरज कई सालों से यहां डेरा जमाएं बैठी है और पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मिलकर खुलकर भ्रष्टाचार और घोटाले को अंजाम दे रही है. ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर उनके साथ सौतेला व्यवहार किया जाता है. इसलिए सालों से पंचायत में हो रहे घटिया कार्यो का विरोध करने से लोग डरते रहे. लेकिन पंचायत के भ्रष्टाचार से परेशान होकर ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते हुए पंचायत प्रतिनिधियों और सचिव के खिलाफ अनुविभागीय अधिकारी राजस्व धरमजयगढ़ (SDM) और कार्यपालन अधिकारी जनपद धरमजयगढ़ (CEO) को ज्ञापन सौंपा था.

दोनों अधिकारियों को ज्ञापन सौंपने हुए ग्रामीणों ने 7 दिवस के अंदर जांच कर कार्रवाई करने की मांग की थी. जांच नहीं होने पर ग्रामीणों ने पंचायत के सामने तम्बू लगाकर धरने पर बैठेने की बात कही थी. सप्ताह भर बीत जाने के बाद भी अधिकारियों ने जब इस शिकायत की और ध्यान नहीं दिया, तो ग्रामीण 14 अक्टूबर से पंचायत के सामने तम्बू लगाकर धरना में बैठे है. 17 अक्टूबर से अब ग्रामीण भूख हड़ताल में डटे है.

भूख हड़ताल में बैठे ग्रामीणों को देखते हुए छाल थाना ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छाल को लिखित आदेश देकर आंदोलनकारियों का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया. परीक्षण करने आए मुख्य चिकित्सक अधिकारी डॉ पैकरा ने सभी का स्वास्थ प्रशिक्षण करने के बाद सभी को स्वस्थ बताया गया. भूख हड़ताल पर बैठे आंदोलनकरियों को अब भाजपा का समर्थन भी मिलने लगा है. भाजपा के कई स्थानीय नेता धरने पर पहुंचने लगे है.