भूपेन्द्र सिंह चौहान, रायगढ़। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि कांग्रेस का हाथ किसान आंदोलन के साथ है. केंद्रीय कृषि कानून के विरोध में दिल्ली में किसानों का आंदोलन जारी है. इस आंदोलन के साथ पूरी कांग्रेस पार्टी खड़ी है. हमारे नेता राहुल गांधी किसान आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. मोदी सरकार से सवाल पूछ रहे हैं. कांग्रेस देश के किसानों के साथ अन्याय नहीं होने देगी. किसानों के आंदोलन को हमारा पूरा समर्थन है.

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को बर्बाद करने वाला कानून लाया है. इस कानून के लागू होने से किसानों का नहीं कॉरपोरेट का भला होने वाला है. लिहाजा देश भर से किसान दिल्ली में सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं. किसानों की मांग के साथ हम यही चाहते हैं कि मोदी सरकार को तत्काल कृषि कानून को वापस लेना चाहिए.

मोदी सरकार के कानून में अनेक खामियाँ है. यही वजह है कि उनके अपने सहयोगी दल के नेता भी कानून के विरोध में उतर आए हैं. आकाली दल के नेता खुलकर मोदी सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं. विरोध में पद्म सम्मान तक लौटा चुके हैं.

दिल्ली में पार्टी की मजबूती पर चर्चा 

वहीं मुख्यमंत्री ने दिल्ली दौरे पर कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात हुई संगठन की मजबूती चर्चा हुई है. संगठन के काम-काज को लेकर चर्चा होते रहती है. सत्ता और संगठन में किस तरह विस्तार किया जाना है इस पर बातचीत हुई है. सभी बातों को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है.

नक्सल समस्या के हल पूरा जोर 

वहीं उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सल घटनाएं पहले की तुलना में कम हुई है. हमारी कोशिश है कि हम आदिवासी हितों का ध्यान में रखकर इस समस्या से निजात पा सके. आदिवासियों का विश्वास जीतकर ही हम बस्तर अँचल में विकास का काम कर रहे हैं. आदिवासी जिस रूप में, जिस तरह से विकास चाहते हैं हम उसी के साथ काम कर रहे हैं. कोरोना संकट में भी आदिवासी इलाकों में आर्थिक ढाँचा मजबूत रहा है. वनोपज की खरीदी और भुगतान में संकट का प्रभाव नहीं होने दिया है. नक्सलवाद को खत्म करने में आदिवासी समाज की अहम भूमिका है और हम आदिवासी समाज को साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं. हमारी सरकार नक्सलवाद को खत्म करने की ओर आगे बढ़ रही है.