भोपाल। मध्य प्रदेश में भारी बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। लगातार हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर है। कुछ जगहों पर रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है। प्रदेश में शनिवार को राजधानी भोपाल, इंदौर, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, सागर और रायसेन समेत 21 जिलों में बारिश हुई। आज भी कई जिलों में भारी बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

ग्वालियर में रेल यातायात प्रभावित

ग्वालियर चंबल अंचल में बारिश का दौर जारी है। जिसके चलते रेल यातायात प्रभावित हुआ है। धौलपुर और चंबल पुल के बीच पटरी क्रेक हो गई। पटरी क्रेक होने के चलते धौलपुर स्टेशन पर आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेन रोकी गयई है। मुरैना, ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे यात्रियों का जमावड़ा लगा हुआ है। जन आशीर्वाद यात्रा में शामिल होने ग्वालियर आ रहे सांसद मनोज तिवारी की शताब्दी ट्रेन भी धौलपुर स्टेशन पर रोकी गई है। रेलवे कर्मचारी ट्रेक को दुरुस्त करने में जुटे हुए है।

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मुरैना में रेल पटरी डैमेज

मुरैना में लगातार हो रही बारिश से रेल मार्ग बाधित हो गया। 24 घंटे से बारिश होने से हेतमपुर रेलवे स्टेशन पर पटरी डैमेज हो गई। चार घंटे से मुरैना स्टेशन पर ट्रेनें खड़ी है। जिसके चलते यात्री परेशान हो रहे है। कई यात्रियों के साथ मरीज होने से परेशानियां हो रही है। बारिश बंद होने के बाद पटरियों का मेंटेनेंस कार्य शुरू किया जाएगा।

महादेव की पिंडी डूबी

मुरैना में रुक रुक कर हो रही बरसात से शहर की गलियां नालों में तब्दील हो गई। कई मोहल्ले टापू बन गए, लोग घरों में कैद होने को मजबूर है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई मकान धराशाई हो गए। वहीं शहर के बड़ोखर में बड़ी घटना होने से टल गई। गोपियां पुरा में तीन से चार मकान धराशाई होने की खबर है। बड़ोखर इंद्रा सरोवर तालाब में बने तालेश्वर महादेव के मंदिर में पानी भर गया। जिसके चलते महादेव की पिंडी डूब गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि पहली बार मंदिर में पानी पहुंचा है और महादेव की पिंडी डूबी है।

शिप्रा नदी में बाढ़

रुक रुककर हो रही बारिश से उज्जैन की शिप्रा नदी में बाढ़ आ गई है। छोटा पुल डूब गया है। इससे रामघाट पर स्थित अधिकांश मंदिर पानी में डूबे है। पुल पर पानी होने के कारण वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। उज्जैन और आसपास के इलाकों में हो रही रिमझिम बारिश के कारण ऐसा नजारा दिखाई दे रहा है। वैसे नदी का जल स्तर दो दिन पहले तक सामान्य ही था लेकिन बारिश के बाद एकाएक पानी बढ़ गया।

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घाट पर बढ़ाई सुरक्षा व्यवस्था

बारिश होने से शहर का मौसम अलग सुहाना हो गया है। वही किसानो की भी चिंता थोड़ी कम हुई है। फिलहाल आज शनिवार को शिप्रा नदी की छोटी रपट और रामघाट के मंदिर आधे पानी में डूबे हुए है। घाट पर तर्पण और अन्य पूजा-पाठ करने वाले श्रद्धालुओं को ऊपर ही धर्मशाला में पूजन कार्य पंडितों से कराना पड़ा। साथ ही सुरक्षा के लिए शिप्रा तैराक दल और होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया है। उज्जैन शहर में पिछले काफी समय से बारिश नहीं होने के कारण लोग परेशान थे। किसान भी फसलों को लेकर चिंता में थे। बारिश होने के बाद फिलहाल सबने राहत महसूस की है।

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