एसीबी ने रेलवे के डीआरएम कार्यालय में लगे एक कार्मिक को 4000 रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. उसने यह रिश्वत परिवादी से कार्यालय में ली. एक अन्य मामले में आरपीएफ की सब इंस्पेक्टर को 60 हजार रुपए की रिश्वत के साथ सीबीआई ने गिरफ्तार किया है.
ब्यूरो के अतिरिक्ति पुलिस अधीक्षक दुर्गसिंह राजपुरोहित ने बताया कि परिवादी ने ब्यूरो के पोर्टल नंबर 1064 पर शिकायत दी थी. इसमें बताया कि वह सॉफ्टवेयर सोल्यूशन कंपनी चलाता है. इसके लिए उसकी कंपनी रेलवे और सरकारी विभागों में टेंडर लेती है.
उसने रेलवे में बल्क मैसेज का एक टेंडर भरा था और वह पास हो गया. मगर उसके प्रोसेसिंग पत्रावली को आगे कार्रवाई के लिए डीआरएम कार्यालय के वर्क एकाउंट सिंग्रल एण्ड टेलिकॉम विभाग के कार्मिक विजय कुमार गुप्ता चार हजार रुपयों की रिश्वत मांग रहा है. सत्यापन के बाद गुरुवार को ब्यूरो टीम ने उसे कार्यालय कक्ष में चार हजार रुपए की रिश्वत लेते उसे गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि ये पूरा मामला जोधपुर रेल मंडल का है.
आरपीएफ की महिला सब इंस्पेक्टर 60 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) नागपुर ब्रांच ने बुधवार को चंद्रपुर में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए रेलवे सुरक्षा बल की महिला सब इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया. पकड़ी गई महिला अधिकारी गोपिका मानकर बताई गई. गोपिका चंद्रपुर रेलवे स्टेशन के आरपीएफ थाने में कार्यरत है. पिछले दिनों गोपिका और उनकी टीम ने चंद्रपुर के एक साइबर कैफे संचालक के यहां छापेमारी की थी. वह रेलवे की टिकट बनाने का भी काम करता है. अवैध रूप से कैफे में चल रहे टिकट काउंटर से आरपीएफ की टीम ने कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, कुछ रेलवे टिकटें, पेन ड्राइव आदि सामान जब्त किया था.
कैफे संचालक का सामान वापस करने और मामला रफा-दफा करने के लिए गोपिका ने 1 लाख रुपये की मांग की. कैफे संचालक ने सीबीआई से मामले की शिकायत की और बुधवार शाम को ट्रैप लगाया गया.