कुमार इंदर, जबलपुर। दिग्विजय सिंह के एक ट्वीट करते ही पश्चिम मध्य रेलवे को बैकपुट पर आना पड़ा और आनन फानन में प्लेटफॉर्म टिकट के दाम 50 रुपए से कम कर 20 करने पड़े। दअसल मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने जैसे प्लेटफार्म टिकट के दाम पर एक ट्वीट किया, रेलवे तुरंत बैकपुट पर आ गया ओर तत्काल ट्वीट कर ये जानकारी दी गई कि, अब से प्लेटफॉर्म टिकट 20 रुपये में मिलेगा। बता दें कि रेलवे ने प्लेटफार्म टिकट की कीमत में जबरदस्त इजाफा कर दिया था। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि, “# अच्छे दिन”। दिग्विजय सिंह का ये ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिस पर अच्छा खासा हंगामा मचा। इसके बाद रेल प्रशासन बैकफुट पर चला गया। जिसके बाद जबलपुर DRM ने फौरन एक ट्वीट कर जानकारी दी कि, अब प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 50 नहीं 20 रुपये होगी।

जबलपुर मंडल के इन स्टेसशन पर कम हुआ किराया।

बता दें कि रेल प्रशासन ने जबलपुर रेल मंडल के तहत आने वाले स्टेशनों पर प्लेटफार्म टिकट की कीमत 50 रुपये कर दिया था। प्लेटफार्म टिकट की नई दर जबलपुर, मदन महल, कटनी, कटनी मुड़वारा, मैहर, सतना, रीवा, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, पिपरिया स्टेशनों में से जबलपुर और मदन महल में प्लेटफॉर्म टिकट की दर 50 रुपये कर दिया गया था, जबकि दूसरे स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की दर 30 रुपये थी। प्लेटफार्म टिकट दर में वृद्धि को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के ट्वीट से मचे हंगामे के बाद रेल प्रशासन बैकफुट पर आया और इसकी कीमत अब 20 रुपये कर दिया है। यह जानकारी जबलपुर डीआरएम ने ट्वीट कर दी है। जबलपुर डीआरएम ने प्लेटफार्म टिकट की दर में संशोधन वाला ट्वीट 11 सितंबर को किया है जिसमें बताया गया है कि जबलपुर रेलवे मंडल ने सभी प्लेटफॉर्म के टिकट 50 से घटाकर 20 रुपये करने का फैसला किया गया है।

इतने दिनों तक क्यों लूटता रहा रेलवे?

ऐसे में सवाल उठता है कि इतने महीनों तक रेलवे आखिर प्लेटफार्म की टिकट 50 रुपये क्यों वसूलता रहा। सवाल यह भी उठता है कि अगर रेलवे प्रबंधन अपनी जगह सही था तो फिर क्यों दिग्विजय सिंह के ट्वीट करते ही बैकफुट पर आ गया। इन सब बातों से कहीं ना कहीं यह चीज समझ में आती है कि, रेलवे सुविधाओं के नाम पर अपने ग्राहकों से लूटमार करने में लगा हुआ है।