प्रतीक चौहान. रायपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के रायपुर मंडल में अवैध वेंडिंग और टिकट चेकिंग को लेकर व्यापक अभियान चलाया गया. मंडल रेल प्रबंधक दयानंद के नेतृत्व में मंडल वाणिज्य प्रबंधक राकेश सिंह, पांच वाणिज्य निरीक्षकों, पांच वाणिज्य कार्यालय स्टाफ, और पांच टीटीई की टीम ने रायपुर, दुर्ग, भाटापारा स्टेशनों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, साउथ बिहार एक्सप्रेस, अमरकंटक एक्सप्रेस, हावड़ा-अहमदाबाद एक्सप्रेस, इंटरसिटी, और पैसेंजर ट्रेनों में औचक जांच की.

इस अभियान के दौरान 11 अनाधिकृत वेंडरों को पकड़ा गया, जिन्हें रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को सौंपा गया. इनके खिलाफ रेलवे नियमों के तहत जुर्माना लगाया जाएगा. सभी केटरिंग संचालकों को बिना प्लेटफॉर्म परमिट के खाद्य सामग्री बेचने पर सख्त पाबंदी की हिदायत दी गई. रेल प्रशासन ने अनाधिकृत वेंडिंग को पूरी तरह रोकने की प्रतिबद्धता जताई है और भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी.
टिकट चेकिंग में 16,720 रुपये का जुर्माना वसूला
इसी अभियान के तहत टिकट चेकिंग भी की गई, जिसमें बिना टिकट के 33 मामले (ए श्रेणी) और अनियमित टिकट के 13 मामले (बी श्रेणी) पकड़े गए. इनसे कुल 16,720 रुपये का राजस्व जुर्माने के रूप में प्राप्त हुआ.
दुर्ग स्टेशन पर वेंडर द्वारा यात्री से मारपीट का मामला

18 अप्रैल 2025 को गाड़ी संख्या 12844 (अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस) के जनरल कोच में दुर्ग स्टेशन पर एक वेंडर द्वारा यात्री के साथ मारपीट की शिकायत रेल मदद (क्रमांक 2025041805450) के जरिए मिली. शिकायतकर्ता ने बताया कि गोंदिया से रायपुर की यात्रा के दौरान जनरल कोच में अत्यधिक भीड़ थी. दुर्ग स्टेशन पर एक वेंडर जबरदस्ती कोच में घुसा और मना करने पर गाली-गलौज व हाथापाई की. जांच में शिकायतकर्ता और वेंडर के बीच धक्का-मुक्की की पुष्टि हुई. इसके बाद दुर्ग स्टेशन पर फल बेच रहे 12 वेंडरों के खिलाफ रेलवे सुरक्षा बल ने धारा 144 और 145(बी) के तहत मामले (पोस्ट केस नंबर 1255/25 से 1266/25) दर्ज किए. इसकी सूचना सुरक्षा नियंत्रण कक्ष, रायपुर को दी गई.