प्रतीक चौहान. रायपुर. रेलवे स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत विकसित किए जाने वाले स्टेशनों के यात्रियों को सुविधा के नाम पर अधिक किराया देना होगा. ट्रेन की विभिन्न श्रेणियों के यात्रियों से 10 रुपये से लेकर 50 रुपये तक स्टेशन डेवलपमेंट फीस ली जाएगी. यह फीस टिकट बुक कराते समय रेल यात्री से वसूली जाएगी.
हालांकि लोकल ट्रेनें और सीजन टिकट यात्रियों को इससे छूट रहेगी. इस बाबत रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को 31 दिसंबर 2020 को निर्देश जारी कर दिया है. रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत ए-1, ए, बी श्रेणी के स्टेशनों को शामिल किया गया है. उन्होंने कहा कि जब स्टेशन विकसित हो जांएगे तब स्टेशन डेवलमेंट फीस ली जाएगी. उन्होंने बताया कि अनारक्षित जनरल श्रेणी, एसी लोकल ट्रेनें, फर्स्ट क्लास के रेल यात्रियों से 10 रुपये लिया जाएगा. जबकि आरक्षित स्लीपर, फर्स्ट क्लास (मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों) के यात्रियों को 25 रुपये देने होंगे. वहीं, आरक्षित एसी श्रेणी में चेयरकार, एसी-2,3 एसी-1 के यात्रियों को 50 रुपये देने होंगे.
अधिकारियों ने बताया कि जो यात्री विकसित स्टेशनों से ट्रेन पर चढ़े और उतरेंगे उनको स्टेशन डेवलपमेंट फीस 1.5 गुना देनी होगी, जबकि सिर्फ स्टेशन पर उतरने वाले यात्रियों से उसका 50 फीसदी लिया जाएगा. यह पैसा उनको टिकट बुक कराते समय भी देना होगा. उदाहरण के लिए यदि कोई यात्री रायपुर से दिल्ली जाता है तो उसे दोनों स्टेशन की डेवलपमेंट फीस देनी होगी. रेलवे यात्रियों से सुविधा मुहैया कराने के नाम पर हवाई अड्डों की तर्ज पर यूजर फीस लेगी.
बता दें कि रायपुर और बिलासपुर जोन के ऐसे दो स्टेशन है जो ए-1 कैटेगिरी में आते है. इसके अलावा दुर्ग, राजनांदगांव, गोंदिया, इतनवारी, भाटापारा समेत कई रेलवे स्टेशन है जो ए और बी श्रेणी में आते है, जहां यात्रियों से ये शुल्क लिया जाएगा.