कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर में लगातार हो रही बारिश ने नगर निगम की जल निकासी व्यवस्था की पोल खोल दी है. हालात इतने बदतर हैं कि कई बस्तियों में लोग रातभर जागकर घरों से गंदा पानी बाहर फेंकने को मजबूर हैं.

वार्ड क्रमांक 13 के न्यू अमरिया पारा और चिमनीभठा बस्ती में पिछले तीन दिनों से नालियों का गंदा पानी घरों में घुस रहा है. यहां के निवासी परेशान और गुस्से में हैं. लोगों का कहना है कि झमाझम बारिश से गलियों और घरों में पानी भर गया है, जिससे घरों में बदबू और मच्छरों का आतंक फैल गया है. कई परिवार रातभर सो नहीं पा रहे हैं.
वार्ड पार्षद प्रभा राठौर ने बताया कि पिछले 10 वर्षों में नाली-नाले और जल निकासी पर कोई काम नहीं हुआ है. इसी लापरवाही के कारण वार्ड में जलभराव की गंभीर स्थिति बन गई है.
इसी तरह, वार्ड नंबर 29 मुड़ापार, शांति नगर और रामनगर बस्ती में भी हालात बेहद चिंताजनक हैं. यहां नलों का गंदा पानी घरों में घुस गया है. बस्तियों में कीड़े-मकोड़े, सांप तक रेंगते नजर आ रहे हैं. कई घरों में बैडरूम और किचन तक गंदगी फैली है.
वार्ड पार्षद गोपाल कुर्रे ने बताया कि वे लगातार वार्डों का दौरा कर रहे हैं और लोगों की समस्याओं से नगर निगम अधिकारियों को अवगत करा रहे हैं. उनका कहना है कि शांति नगर और रामनगर के बीच बने नाले में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण पानी लौटकर बस्तियों में भर रहा है.
वार्ड नंबर 9 सीतामढ़ी इलाके में भी स्थिति गंभीर है. नाला किनारे बने घरों में गंदा पानी घुसने से लोग बेहाल हैं. स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह समस्या कई सालों से बनी हुई है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं किया गया.
वार्ड के पूर्व पार्षद सुफल दास और वर्तमान पार्षद राधा दास ने बताया कि वे पिछले तीन दिनों से घर-घर जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और साथियों की मदद से घुसा हुआ पानी बाहर निकालने में लगे हैं.
इधर, ददार नाला इलाके में लोग जान जोखिम में डालकर ट्रैक्टर और चारपहिया वाहनों से नाला पार करने को मजबूर हैं. कई परिवारों को कई किलोमीटर घूमकर आना-जाना पड़ रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ, तो वे विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे.
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