प्रतीक चौहान. रायपुर. 10 रूपए के नोट के साथ आज एक चिट्ठी डीआरएम ऑफिस में चर्चा की विषय बनी हुई है. इसमें लिखा हुआ है कि मुझे आपसे प्यार हो गया. लेकिन इस चिट्ठी के साथ 10 रूपए का नोट क्यों चिपका हुआ है इसके पीछे भी एक कारण है. वहीं एक चिट्ठी और डीआरएम दफ्तर पहुंची.

दरअसल कमर्शियल विभाग ने आज रायपुर रेलवे स्टेशन स्थित दुपहिया वाहन की पार्किंग के लिए कोटेशन डॉक्यूमेंट मंगवाया था. इसमें रेलवे ने सर्वे के आधार पर जो रेट निकाला था उसके हिसाब से अनुमानित आय वहां से रेलवे को 3 लाख 67 हजार रुपए पार्किंग से होनी थी. इसके अलावा एक और सुविधा जोड़ी गई. जिसमें पार्किंग में ही पंचर बनाने का ठेका भी दिया गया. रेलवे के सर्वे के हिसाब से उससे रेलवे को 1 लाख 3 हजार रुपए की आय होनी थी.

लेकिन रायपुर रेलवे स्टेशन में टू-व्हीलर को लेकर पार्किंग की इतना कॉम्पिटिशन है कि सर्वे को फेल करते हुए ठेकेदारों ने 1 लाख रुपए से 8 लाख से अधिक तक का कोटेशन जमा किया. सग्गू नाम के ठेकेदार ने 8 लाख 65 हजार रुपए से अधिक का कोटेशन डाला. इसके अलावा पंचर बनाने का ठेका लेने के लिए उक्त ठेकेदार द्वारा ही 1 लाख 42 हजार रुपए से अधिक का रेट डाला. नियमों के मुताबिक उक्त ठेका इस फर्म को मिलेगा. हालांकि वर्तमान में भी कोटेशन के आधार पर ही यही ठेकेदार टू व्हीलर पार्किंग का संचालन कर रहा है.

लेकिन इसी कोटेशन फार्म के दौरान 4-5 फॉल्स फार्म भी डीआरएम ऑफिस के कमर्शियल विभाग में खोले गए. इसमें से एक फार्म में 10 रुपए का नोट अटैच था. फार्म में लिखा हुआ था कि सीनियर डीसीएम आपने पंचर बनाने वालों का ख्याल रखा इसलिए मुझे आपसे प्यार हो गया है. वहीं एक अन्य फार्म में एक शायरी लिखी थी, जिसमें भी पंचर के ठेके का जिक्र था… हालांकि इस शायरी के बाद नॉनसेंस भी लिखा हुआ था.

कही अब रेलवे स्टेशन में गाड़ियां अपने आप तो नहीं हो जाएगी पंचर ?

अब सवाल ये है कि रेलवे ने पंचर बनाने का ठेका तो निकाल दिया. लेकिन क्या ठेकेदार 50 दिनों के अंदर 1 लाख 42 हजार रुपए से अधिक का पंचर बनाकर वहां से कुछ आय कर पाएगा क्या  ? कही कमाई के लिए ऐसा तो नहीं होगा कि अब रायपुर रेलवे स्टेशन की गाड़ियां अपने आप पंचर होने लगे. जिसका खामियाजा वहां गाड़ी खड़े करने वाले यात्रियों को भुगतना पड़े. वहीं इस कोटेशन रेट ने रेलवे के सर्वे को झूठा साबित कर दिया है. अब जानकार बताते है कि इससे कम की दर नियमों के मुताबिक नहीं निकाली जा सकती है.