रायपुर। दिनोंदिन महंगी होती जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरसते आम मरीजों के लिए राहत की खबर है. दरअसल 1 अप्रैल से रायपुर एम्स में नई दरें लागू हो गई हैं. यहां अब इलाज 50 से 80 फीसदी तक सस्ता हो गया है. वहीं कैंसर की जांच और इलाज भी अब यहां मुफ्त होगा.
राजधानी के टाटीबंध में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान यानि एम्स संचालित है. अब तक यहां सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम की दर मान्य थी. लगभग 7 महीने चली कोशिशों का नतीजा है कि अस्पताल प्रबंधन ने यहां की दरों को दिल्ली एम्स और चंडीगढ़ पीजीआई के समकक्ष ला दिया है. एम्स के निदेशक एम नागरकर ने बताया कि स्थापना के 5 सालों के अंदर ही छत्तीसगढ़ के एम्स ने इलाज की दरों को दिल्ली एम्स के बराबर ला दिया है. उन्होंने कहा कि कम कीमत होने के बावजूद इलाज की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
कैंसर का इलाज मुफ्त
वहीं एम्स के निदेशक एम नागरकर ने बताया कि कैंसर की जांच और इलाज यहां मुफ्त होगा. कैंसर की दवा को लेकर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की अमृत फार्मेसी 70 फीसदी सस्ती दवा मरीजों को पिछले 3 साल से दे रही है.
इलाज कितना हुआ सस्ता?
बता दें कि अब ऑर्थोपेडिक्स एवं सर्जरी विभाग में ऑपरेशन केवल 150 रुपए में हो जाएगा, जबकि पहले इसके लिए ढाई हजार रुपए लगते थे. एक यूनिट ब्लड के लिए अब 75 रुपए देने होंगे, जो पहले 1100 रुपए था.
- हेड सिटी स्कैन कॉन्ट्रास्ट के साथ- 600 रुपए
- एंजियोग्राफी- 500 रु
- एमआरआई अब 2500 रु हुआ, पहले इसके लिए 3 से 5 हज़ार रुपए देने पड़ते थे
- सभी ऑर्गन स्कैन स्पाइन और एबडॉमिनल- 1100 रुपए
- ईको कॉर्डियो- 200 रु, जबकि पहले 1100 रुपए में होता था
- सोनोग्राफी 160 से 100 रुपए में
- नॉर्मल डिलीवरी 500 रुपए
- सीजेरियन डिलीवरी- दवाई के साथ 1000 रुपए
- हर्निया ऑपरेशन 300 रु, पहले 2500 रुपए लगते थे
- ब्लड टेस्ट के तहत लिपिड प्रोफाइल वगैरह की जांच रेट में 80 फीसदी की कमी
एम्स के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अजय दानी ने कहा कि 80 फीसदी दरों में कमी जनरल वार्ड में भर्ती मरीजों के लिए है, अगर कोई मरीज़ पेइंग वार्ड में भर्ती होगा, तो उसके लिए भी दिल्ली एम्स जैसी दरें लागू होंगी.