रायपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर में राज्य सरकार की ओर से वित्तपोषित और एक गैरसरकारी संगठन द्वारा संचालित बालिका गृह में 29 नाबालिक लड़कियों से हुए बलात्कार के विरोध में अब राजधानी के दिव्यांग युवाओं ने इसकी निंदा की है. आज शाम इस घटना के विरोध में राजधानी के मरीन ड्राइव में कैंडल जलाकर प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में दिव्यांग युवा शामिल हुए.इस दौरान युवाओं ने साइन लेंग्वेज में बात की और सरकार से मुजफ्फरपुर में हुई घटना में त्वरित न्याय की मांग की. युवाओ ने लोगों से अपील की ऐसे मामलों पर समाज चुप न हो उन्हें आगे आकर बोलना चाहिए.
इस प्रदर्शन के लिए आह्वान करने वाले युवा विनयशील ने कहा कि, सरकारों को ऐसी घटनाओं को संवेदनशीलता के साथ लेते हुए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए. राजनीति में महिला सुरक्षा की बात सत्ता के परिवर्तन के रूप में नहीं उभरेगी हम लड़ाई लड़ते रहेंगे. आधी आबादी को विधायिका में आधी सीटें और सामाजिक सांस्कृतिक रूप से अधिकार दिलाने की लड़ाई ही समाज में बदलाव लाएगी.
प्रदर्शन में शामिल होने वाले संदीप यादव ने कहा कि, जो कुछ हो रहा है वह भयावह है. लोग रो रहे हैं, दुखी हैं, और कह रहे हैं अब तन ढ़कने से क्या. इज्जत सरेआम रौंद डाली गई.  हमें इस मुद्दे पर जोरदार विरोध करने की जरुरत है , नहीं वो दिन दूर नहीं जब हम अपनी बहन बेटियों को अपनी ही आँखों के सामने तड़पता हुआ देखेंगे .हमको जागना होगा. बता दें कि बिहार के मुजफ्फरपुर में एनजीओ द्वारा संचालित बालिका गृह के बच्चियों के साथ बलात्कार की घटना सामने आई थी जिसके बाद देशभर में लोग इस घटना  की जमकर निंदा कर रहे हैं.