नितिन नामदेव, रायपुर। राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना क्षेत्र में स्थित मैग्नेटो मॉल में बीते 24 दिसंबर को हुई तोड़फोड़ की घटना को लेकर आज एक बार फिर माहौल गरमा गया। मामले में 7 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में गिरफ्तारी देने पहुंचे, लेकिन तय रणनीति के तहत सिविल लाइन थाना जाने के बजाय पुलिस को चकमा देते हुए सीधे तेलीबांधा थाना पहुंच गए। यहां कार्यकर्ताओं ने थाने के सामने मुख्य मार्ग पर बैठकर चक्काजाम कर दिया, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया।
बता दें कि अचानक हुए इस प्रदर्शन से पुलिस भी सतर्क हो गई और मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर नारेबाजी करते रहे और गिरफ्तार किए गए पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग कर रहे है।

सिविल लाइन में किए गए थे कड़े सुरक्षा इंतजाम, तेलीबांधा थाना पहुंचे बजरंग दल कार्यकर्ता
दरअसल, बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पहले घोषणा की थी कि वे सिविल लाइन थाने में गिरफ्तारी देंगे। इसे देखते हुए वहां कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए थे। पुलिस को केवल गिरफ्तारी देने की सूचना थी, लेकिन चक्काजाम की कोई जानकारी नहीं थी। इसी बीच बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रणनीति बदलते हुए सीधे तेलीबांधा थाना पहुंचकर मुख्य सड़क पर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
बजरंग दल ने दी ये चेतावनी
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि गिरफ्तार किए गए 7 कार्यकर्ताओं को तुरंत नहीं छोड़ा गया, तो हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सामूहिक गिरफ्तारी देंगे। बजरंग दल नेताओं ने यह भी ऐलान किया है कि अगर पुलिस गिरफ्तारी नहीं लेती है, तो कार्यकर्ता अनिश्चितकाल तक थाने के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे। सड़क पर बैठकर नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं के चलते इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है, वहीं कानून-व्यवस्था को देखते हुए थाना परिसर और आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
जानिए क्या है पूरा मामला
24 दिसंबर को छत्तीसगढ़ बंद के दौरान रायपुर के मैग्नेटो मॉल में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ हुई थी। आरोप है कि बजरंग दल के 30 से 40 कार्यकर्ता लाठी-डंडे लेकर मॉल के अंदर घुसे और धर्म व जाति पूछते हुए तोड़फोड़ की। इस घटना से मॉल में मौजूद कर्मचारी और स्टाफ दहशत में आ गए थे।
मैग्नेटो मॉल की मार्केटिंग हेड आभा गुप्ता ने आरोप लगाया था कि मॉल बंद होने के बावजूद 50 से 100 लोग जबरन अंदर घुसे, जिनके हाथों में लाठी और हॉकी स्टिक थे। कर्मचारियों के आईडी कार्ड तक चेक किए गए। पुलिस के पहुंचने से पहले मॉल में भारी नुकसान हो चुका था।
15 से 20 लाख के नुकसान का अनुमान
तोड़फोड़ में मॉल को करीब 15 से 20 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने 30 से 40 लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 115(2), 190, 191(2), 324(2) और 331(3) के तहत FIR दर्ज की है।
शुक्रवार देर रात पुलिस और क्राइम ब्रांच ने करीब दर्जन भर कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को हिरासत में लिया था, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। इसी कार्रवाई के विरोध में बजरंग दल के कार्यकर्ता लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
ब्लिंकिट ऑफिस में कर्मचारियों से मारपीट, अंबुजा मॉल को कराया गया था खाली
छत्तीसगढ़ बंद के दौरान रायपुर में ब्लिंकिट के ऑफिस में घुसकर कर्मचारियों से मारपीट की घटना भी सामने आई थी, जिसका CCTV फुटेज वायरल हुआ था। वहीं, मैग्नेटो मॉल की घटना के बाद एहतियातन विधानसभा रोड स्थित अंबुजा मॉल को खाली कराया गया था और भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
फिलहाल तेलीबांधा थाना के सामने स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल लगाया गया है और मामले में आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी।
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