रायपुर. छत्तीसगढ़ में ‘सेकंड हैंड गाड़ी’ खरीदने की योजना रखने वालों के लिए एक अच्छी खबर है. इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में विभाग द्वारा ऐसा नया नियम लाया गया है , जिसकी मदद से अब डीलर और गाड़ी की पहचान आसान होगी, साथ ही चोरी की गाड़ियों को फर्जी तरीके से खरीद तथा बिक्री पर लगाम लगाने में सहायता मिलेगी.

 रायपुर प्री-ओन्ड डीलर एसोसिएशन की तरफ़ से काफ़ी समय से मांग की जा रही थी कि सेकंड हैंड वाहन विक्रेता को भी नवीन वाहन विक्रेता की तरह ही डीलर का दर्जा दिया जाए. डीलर का दर्जा मिलने से सेकंड हैंड डीलर को गाड़ी ख़रीदने के बाद स्टॉक में दिखाने या फ़ाइनेस लेने में सहायता मिलेगी. किसी गाड़ी में एक्सीडेंट होने की दशा में इन्शुरन्स क्लेम में सहायता मिलेगी और डीलर के द्वारा स्टॉक का इन्शुरन्स भी कराया जा सकेगा, जिससे कि किसी प्रकार के आपदा इत्यादि में कोई नुक़सान होने से स्टॉक के नुक़सान की भरपाई हो सके.

  इस नये नियम का लाभ लेते हुए लक्ष्मी मोटर फाफाडीह (laxmi motors fafadih) ने परिवहन विभाग के नियमों का पालन करते हुए सेकंड हैंड कार डीलरशिप के लिए आवेदन किया. जिसके तहत आरटीओ रायपुर के द्वारा लक्ष्मी मोटर को आरटीओ द्वारा अधिकृत करते हुए सेकंड हैंड गाड़ियो के लिए डीलरशिप देते हुए ट्रेड सर्टिफिकेट जारी किया गया है. ट्रेड सर्टिफिकेट के साथ आईडी और पासवर्ड भी दिया गया है ताकि अब सेकंड हैंड डीलरशिप का आरटीओ संबंधित समस्त कार्य का निष्पादन ऑनलाइन किया जा सके. बता दें कि लक्ष्मी मोटर राजधानी रायपुर के फाफडीह में स्थित है.

 आरटीओ से डीलरशिप लेने के बाद सेकंड हैंड वाहन डीलर  अब क्रेता से गाड़ी ख़रीद कर क़ानूनी रूप से अपने पास स्टॉक में रख सकेगा और ज़रूरत के अनुसार उस गाड़ी के समस्त कार्य जैसे  नवीनीकरण या पंजीयन प्रमाणपत्र के नवीनीकरण अथवा पंजीयन प्रमाणपत्र की दूसरी प्रति, अनापत्ति प्रमाणपत्र, बीमा या वाहन के स्वामित्व में अंतरण करने हेतु आवेदन देने के लिये सक्षम होगा. इसी तरह गाड़ी ख़रीदने वालों के लिए भी अब आसान होगा कि वो अधिकृत सेकंड हैंड गाड़ी विक्रेता को चिह्नांकित कर सकते है. इससे टैक्स डिफ़ॉल्ट गाड़ी, चोरी की गाड़ी या अन्य विवाद से बचा जा सकेगा और किसी प्रकार की समस्या होने से आरटीओ कार्यालय से डीलर के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकेगी.

 सेकेंड हैंड गाड़ी की खरीद-बिक्री के फायदे को दृष्टिगत रखते हुए और इसे पारदर्शी बनाने के लिए ही परिवहन विभाग छत्तीसगढ़ द्वारा केंद्र सरकार को सेकंड हैंड गाड़ी विक्रेता को भी डीलर के रूप में अधिकृत करने हेतु लेख किया गया था. इसके बाद केंद्रीय मोटर वाहन रूल, 1989 में बदलाव किया गया है, यह नया नियम 1 अप्रैल, 2023 से लागू हो गया है . इसके जरिए प्री-ओन्ड वाहन मार्केट के इकोसिस्टम को मजबूत करने की कवायद हो रही है. अब प्री-ओन्ड गाड़ी का बाज़ार  मुख्य धारा में सम्मिलित हो कर वित्तीय सुविधाओं का सीधे लाभ ले सकेगा.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में प्री-ओन्ड वाहनो का बाजार धीरे-धीरे जोर पकड़ रहा है. हाल के वर्षों में ऑनलाइन सेकंड हैंड गाड़ी विक्रेता प्लेटफ़ार्म के आगमन, जो वाहनों की खरीद और बिक्री में शामिल हैं, ने इस बाजार को और बढ़ावा दिया है. वर्तमान पारिस्थितिकी तंत्र में, कई विधिक और वित्तीय मुद्दों का सामना करना पड़ रहा था. बाद के डीलर को वाहन के हस्तांतरण के दौरान, तीसरे पक्ष की क्षति देनदारियों के संबंध में विवाद, डिफॉल्टर आदि के निर्धारण में कठिनाई हो रही थी.

लक्ष्मी मोटर के द्वारा सेकंड हैंड गाड़ी विक्रय के नये नियमों के तहत ट्रेड सर्टिफिकेट के लिए आवेदन दिया गया था. निर्धारित माप दंड का परीक्षण कर ट्रेड सर्टिफिकेट और वाहन पोर्टल का आईडी पासवर्ड जारी किया गया है. राज्य में आरटीओ अधिकृत सेकंड हैंड डीलरशिप के लिए ट्रेड सर्टिफिकेट पहली बार जारी किया गया है.

शैलाभ साहू 

आरटीओ रायपुर

परिवहन विभाग के नये नियमों के तहत मैंने ट्रेड सर्टिफिकेट के लिए आरटीओ ने आवेदन दिया था. आरटीओ के द्वारा मुझे त्वरित ट्रेड सर्टिफिकेट दिया गया. मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ की छत्तीसगढ़ राज्य में मैं पहला आरटीओ अधिकृत प्री ओनड व्हीकल डीलर बन गया हूँ.

कमल गुप्ता

लक्ष्मी मोटर संचालक